मध्य प्रदेश में मौसम प्रणालियां सक्रिय, इंदौर सहित कई शहरों में बारिश की संभावना

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भोपाल। मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक बांग्लादेश के उत्तरी भाग में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इस कारण अलग अलग क्षेत्रों में चार अन्य मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं। इस वजह से गरज-चमक के साथ प्रदेश के कई शहरों में वर्षा हो होने की संभावना बनी हुई है। वहीं ग्वालियर, चंबल, सागर, रीवा, शहडोल, जबलपुर, उज्जैन संभाग के जिलों के अलावा इंदौर संभाग में कहीं-कहीं वर्षा होती रहेगी।

बुधवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक टीकमगढ़ में 60, धार में 46, नौगांव में 18, उमरिया में 17, पचमढ़ी में 16, इंदौर में 11, शिवपुरी एवं दमोह में छह, रतलाम एवं मंडला में चार, नरसिंहपुर में दो, गुना में 0.3 मिलीमीटर वर्षा हुई।

मानसून द्रोणिका: वर्तमान में श्रीगंगानगर, रोहतक, उरई, देहरी, पुरुलिया से होते हुए बांग्लादेश पर बने कम दबाव के क्षेत्र तक मानसून द्रोणिका बनी हुई है। इसके अलावा झारखंड पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। अरब सागर और उससे लगे गुजरात पर भी हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है।

चक्रवात: जम्मू-कश्मीर पर एक पश्चिमी विक्षोभ हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में सक्रिय है। 24 अगस्त को बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवात के बनने के भी संकेत मिले हैं।

तापमान बढ़ने से कहीं-कहीं वर्षा भी हो रही है

मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के असर से कुछ नमी मिल रही है। तापमान बढ़ने के कारण प्रदेश में कहीं-कहीं वर्षा भी हो रही है। इस तरह की स्थिति अभी दो दिन तक बनी रह सकती है। 24 अगस्त को बंगाल की खाड़ी में चक्रवात के बनने के कारण 25 अगस्त से प्रदेश में झमाझम वर्षा की शुरुआत होने की संभावना है।