लेबनान में पेजर, वॉकी-टॉकी के बाद सोलर सिस्टम में धमाके:अब तक 32 की मौत, 3500 से ज्यादा घायल

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लेबनान में पेजर, वॉकी-टॉकी के बाद अब सोलर एनर्जी सिस्टम में धमाके हुए हैं। पिछले 2 दिन में धमाकों के तीन पैटर्न में 32 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 3500 से ज्यादा घायल हैं।

लेबनान में ईरान के समर्थन वाले हिजबुल्लाह संगठन के लड़ाके इजराइली हैकिंग से बचने के लिए मोबाइल फोन की जगह पेजर और वॉकी-टॉकी का इस्तेमाल करते हैं। वहीं, राजधानी बेरूत में बड़ी संख्या में घरों पर सोलर सिस्टम लगे हुए हैं।

हिजबुल्लाह ने इन हमलों के पीछे इजराइल का हाथ बताया है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने शुक्रवार को इस मामले में आपात बैठक बुलाई है।

क्या है हिजबुल्लाह

हिजबुल्लाह शब्द का अर्थ पार्टी ऑफ गॉड है। यह संगठन खुद को शिया इस्लामिक पॉलिटिकिल, मिलिट्री और सोशल आर्गनाइजेशन बताता है। हिजबुल्लाह लेबनान का ताकतवर ग्रुप है। अमेरिका और कई देशों ने इसे आतंकी संगठन घोषित किया हुआ है।

1980 की शुरुआत में लेबनान पर इजराइल के कब्जे के दौरान इसे ईरान की मदद से बनाया गया था। 1960-70 के दशक में लेबनान में इस्लाम की वापसी के दौरान इसने धीरे-धीरे जड़ें जमानी शुरू कर दी थीं।

ऐसे तो हमास सुन्नी फिलिस्तीनी संगठन है, जबकि ईरान के सपोर्ट वाला हिजबुल्लाह शिया लेबनानी पार्टी है, लेकिन इजराइल के मुद्दे पर दोनों संगठन एकजुट रहते हैं। 2020 और 2023 के बीच, दोनों गुटों ने इजराइल के साथ UAE और बहरीन के बीच समझौते का विरोध किया था।

UNGA में फिलिस्तीन से जुड़े प्रस्ताव पर वोटिंग, भारत ने नहीं लिया हिस्सा

संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में फिलिस्तीन से जुड़े प्रस्ताव पर वोटिंग हुई। हालांकि, भारत ने इसमें हिस्सा नहीं लिया। प्रस्ताव में मांग की गई थी कि इजराइल, कब्जे वाले फिलिस्तीनी इलाके में अपनी अवैध मौजूदगी को 12 महीने के भीतर हटाए।

इस प्रस्ताव के पक्ष में 124 देशों ने वोटिंग की। अमेरिका, अर्जेंटीना, हंगरी समेत 14 देशों ने विरोध में मतदान किया। वहीं, भारत, यूक्रेन, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया समेत 43 देशों ने इसमें हिस्सा नहीं लिया।

आगे क्या… तनाव फैलेगा, ईरान पर जवाबी हमले का दबाव बढ़ रहा

जानकारों के मुताबिक इजराइल के इस आक्रामक रवैये से मिडिल ईस्ट में ईरान की साख पर चोट पहुंची है। इजराइल ने ईरान समर्थक लेबनान के हिजबुल्ला को निशाने पर लिया है। ऐसा कर इजराइल अब ईरान को भड़का रहा है, जिससे ईरान मजबूर होकर जवाब दे। हिजबुल्लाह का पूरा नेटवर्क ईरान के सपोर्ट से ही चलता है।

हिजबुल्लाह ने कहा कि वे इसका बदला लेंगे और इजराइल को अनोखी सजा देंगे। हिजबुल्लाह के लीडर हसन नसरल्लाह गुरुवार को लोगों को संबोधित करेंगे।