अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई है। ट्रम्प ने बुधवार को अपने मार-ए-लागो रिसोर्ट में दिए एक बयान में जेलेंस्की को तानाशाह कहा है। इससे दोनों नेताओं के बीच विवाद गहरा गया है।
इससे पहले जेलेंस्की ने कहा कि ट्रम्प गलत जानकारी के साथ, गलतफहमी में जी रहे हैं। जेलेंस्की का ये बयान ट्रम्प के एक आरोप के जवाब में आया था। दरअसल ट्रम्प ने मंगलवार को कहा था कि यूक्रेन में जेलेंस्की की अप्रूवल रेटिंग गिरकर सिर्फ 4% रह गई है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने बुधवार को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी की। इस पोस्ट में उन्होंने जेलेंस्की को एक मामूली कॉमेडियन और बिना चुनाव वाला एक तानाशाह बताया।
यूरोपीय देश और कनाडा जेलेंस्की के समर्थन में आए
जेलेंस्की को तानाशाह कहने के खिलाफ यूरोपीय नेता उनके समर्थन में उतर आए हैं। जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज ने कहा कि राष्ट्रपति जेलेंस्की की लोकतांत्रिक वैधता को नकारना पूरी तरह से गलत और खतरनाक है।
जर्मन विदेश मंत्री अन्नालेना बैरबॉक ने भी ट्रम्प के बयान को बेतुका बताया है। ब्रिटिश PM कीर स्टार्मर ने भी जेलेंस्की को फोन कर उनके प्रति समर्थन दिखाया। प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक स्टार्मर ने कहा कि जंग के दौरान चुनावों को टालना पूरी तरह से सही था।
स्वीडिश प्रधानमंत्री उल्फ क्रिस्टर्सन ने भी ट्रम्प की आलोचना की है। कनाडाई PM जस्टिन ट्रूडो भी जेलेंस्की के समर्थन में उतर आए हैं। उन्होंने X पर पोस्ट कर लिखा कि कनाडा हमेशा यूक्रेन के समर्थन में खड़ा रहेगा।
जेलेंस्की बोले- ट्रम्प रूस के बनाए झूठे बुलबुले में जी रहे
अप्रूवल रेटिंग गिरने के ट्रम्प के दावे पर जेलेंस्की ने बुधवार को कहा कि सबसे हालिया नतीजों में मुझे 58% वोट मिले हैं यानी इतने यूक्रेनी लोग मुझ पर भरोसा करते हैं। इसलिए अगर कोई मुझे सत्ता से हटाना चाहता है, तो ये अभी काम नहीं करेगा।
जेलेंस्की ने कहा कि रूस की तरफ से लगातार यूक्रेन को लेकर गलत जानकारी दी जा रही है। राष्ट्रपति ट्रम्प का हम सम्मान करते हैं, लेकिन अफसोस की बात है वे गलत जानकारी के बुलबुले में जी रहे हैं। मेरी अप्रूवल रेटिंग की गलत जानकारी रूस ही अमेरिका को दे रहा है।
दरअसल, यूक्रेन में राष्ट्रपति का कार्यकाल पिछले साल मई में खत्म हो चुका है। हालांकि, यूक्रेन में फरवरी 2022 को रूसी आक्रमण के बाद से ही सैन्य शासन लागू है। इसका मतलब है कि राष्ट्रपति चुनाव स्थगित किए गए हैं।
अमेरिका को खनिज नहीं देने पर ट्रम्प की नाराजगी
डोनाल्ड ट्रम्प और जेलेंस्की के बीच विवाद बढ़ने की एक बड़ी वजह यूक्रेन का खनिज भंडार भी है। दरअसल, ट्रम्प ने जंग में मदद के बदले यूक्रेन से रेयर अर्थ मटेरियल (दुर्लभ मृदा खनिज) की मांग की थी।
इस डील के तहत अमेरिका ने यूक्रेन से ग्रेफाइट, लिथियम और यूरेनियम समेत सारे खनिज भंडारों में 50% हिस्सेदारी की मांग रखी थी। ट्रम्प की इस मांग को यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने ठुकरा दिया था।