डॉक्टर का कारनामा, एक हाथ में था फ्रैक्चर कर दिया दोनों हाथ का ऑपरेशन

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डॉक्टर का कारनामा, एक हाथ में था फ्रैक्चर कर दिया दोनों हाथ का ऑपरेशन

बांदा (उत्तर प्रदेश)
5/4/2024

अभी तक दांतों के निकालने के मामले में सुना जाता रहा था कि दर्द वाले दाँत के बजाय दूसरा ही दाँत डॉक्टर ने निकाल दिया. पर अब यह अनोखी बात सामने आई है,कि दुसरे हाथ का भी ऑपरेशन कर डाला. इस तरह के अपराधों को रोकने में सरकार का सख्त होना बेहद ज़रूरी है। चुंकि डॉक्टर से ग़लती नहीं हुई है, उसने पैसा कमाने के लिए ऐसा किया है, अतः नियम इतने सख्त हों कि भूल से भी डॉक्टर सोचे भी न कि मरीज से ज्यादा कमाई कर ली जाये.

घटना की शुरुआत 1 अप्रैल को होती है जब फ्रैक्चर से पीड़ित महिला लगभग 10 बजे सुबह अस्पताल पहुँचती है.

महिला बाँदा जनपद के कमासिन थाना क्षेत्र के ग्राम जगऊटोला की है। यहाँ रहने वाली 30 वर्षीय महिला आरती पत्नी शिव विलास, जिसके बाएँ हाथ में फैक्चर था. इलाज कराने के लिए वह स्थानीय कस्बे में बिना रजिस्ट्रेशन व डिग्री के संचालित दांदो रोड स्थित हरि क्लीनिक में सोमवार को सुबह 10 बजे पहुंची. उसके साथ में पति शिव विलास व जेठानी उर्मिला भी थी. डॉक्टर ने बाएं हाथ में फैक्चर होने की बात बताते हुए ऑपरेशन करने की सलाह दी. इसके एवज में 14000 रुपए जमा कर लिया.
इसके बाद रात को करीब 11.30 बजे आरती को बाएं हाथ के ऑपरेशन करने के लिए डॉक्टर क्लीनिक के अंदर ले गया. doctor ने बाएं हाथ के ऑपरेशन के अलावा रुपए के लालच में महिला के दाहिने हाथ का ऑपरेशन भी कर दिया और इसके एवज में 22000 रुपए की मांग कर डाली. पति शिव विलास ने 4000 रुपए और जमा कर दिए.
इसी बीच उसकी पत्नी आरती कमरे से बाहर आई और रोते हुए दाहिना हाथ दिखाते हुए बताया कि डॉक्टर ने जबरन दाहिने हाथ का भी ऑपरेशन कर दिया है. इस बात पर डॉक्टर और महिला के पति के बीच विवाद होने लगा. डॉक्टर ने कहा कि जब तक पूरा पैसा नहीं दोगे, तब तक मैं मरीज को यहां से नहीं ले जाने दूंगा.
मामले को लेकर शिव विलास कमासिन थाने पहुंचा और पूरी कहानी पुलिस को बताई. पुलिस तत्काल श्रीहरि क्लीनिक पहुंची और वहां इलाज कर रहे आरोपी डॉक्टर राधेश्याम शुक्ला पुत्र उदित नारायण शुक्ला निवासी ग्राम नरौली थाना किशनपुर जिला फतेहपुर को हिरासत में ले लिया.

प्रभारी निरीक्षक थाना कमासिन ऋषि देव सिंह ने बताया कि महिला के एक हाथ के बजाए दोनों हाथों का ऑपरेशन करने का मामला आया है. इस मामले में पूछताछ की जा रही है. जांच के बाद अग्रिम कार्रवाई होगी.

स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से जिले में जगह-जगह बिना रजिस्ट्रेशन व बिना डिग्री के प्राइवेट क्लीनिक फल-फूल रहे हैं. जो पैसे की लालच में उल्टा सीधा इलाज करते हैं. जिससे मरीजों की जान जोखिम में पड़ जाती है.(न्यूज़ :मीडिया से )