भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्य प्रदेश सरकार प्रयागराज महाकुंभ में आने-जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए समुचित व्यवस्था कर रही है। महाकुंभ यात्रा में श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कठिनाई न हो एवं उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सीमावर्ती जिला कलेक्टर को सजग एवं सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अपने संदेश में महाकुंभ जाने वाले श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे अपनी यात्रा प्रारंभ करने से पहले भीड़ और जाम की स्थिति पर नजर बनाए रखें और आवागमन के रास्तों की जानकारी पहले से ही जुटा लें। अगर यात्रा असुविधाजनक हो, तो यात्रा कुछ दिन के लिए स्थगित करें और मार्ग ठीक होने पर ही आगे बढ़ें।
मुख्य सचिव ने भी की अधिकारियों के साथ बैठक
मुख्यमंत्री ने कहा है कि यद्यपि सरकार श्रद्धालुओं के लिए सभी चौक-चौबंद व्यवस्था कर रही है, तथापि श्रद्धालु कुछ जरूरी सामान साथ लेकर भी चलें, जिससे अगर रास्ते में कहीं रुकना पड़े, तो किसी परेशानी का सामना न करना पड़े। इधर, मुख्य सचिव अनुराग जैन ने भी महाकुंभ को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक निर्देश दिए।
ग्वालियर: पैसेंजर ट्रेनें की रद, प्लेटफार्म टिकट की बिक्री पर भी रोक
- इस बीच, ग्वालियर से खबर है कि दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे से सबक लेते हुए अब रेलवे ने स्टेशन पर भीड़ कम करने की कवायद शुरू की है। इसके तहत छोटे शहरों से ग्वालियर को जोड़ने वाली पैसेंजर ट्रेनों का रद करने के साथ ही मंगलवार से प्लेटफार्म टिकटों की बिक्री पर भी 28 फरवरी तक रोक लगा दी है
- रेलवे ने 28 फरवरी तक ट्रेन क्रमांक 51887-51888 ग्वालियर-इटावा पैसेंजर, ट्रेन क्रमांक 51889-51890 ग्वालियर-भिंड पैसेंजर, ट्रेन क्रमांक 12197-12198 ग्वालियर-भोपाल इंटरसिटी, ट्रेन क्रमांक 64633-64634 ग्वालियर-इटावा पैसेंजर के अलावा कैलारस तक जाने वाली मेमू ट्रेन को भी रद कर दिया है।
- वहीं वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी स्टेशन से आगरा तक जानी वाली ट्रेन क्रमांक 11901-11902 और वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी स्टेशन से इटावा को जाने वाली ट्रेन क्रमांक 11903-11904 को भी रद कर दिया।
- इन ट्रेनों के जरिए इटावा, भिंड के साथ ही जौरा, कैलारस की ओर से ग्रामीण क्षेत्रों के श्रद्धालु बड़ी संख्या में ग्वालियर पहुंच रहे थे। मंगलवार को इन ट्रेनों के रद रहने से ग्रामीण क्षेत्र के यात्रियों को खासी दिक्कत का सामना करना पड़ा।