15 अक्टूबर के बाद खुलेगी भोपाल DRM तिराहे की सड़क:200 टन वजनी दूसरा स्टील ब्रिज भी रखा

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भोपाल के DRM तिराहे की सड़क 15 अक्टूबर के बाद कभी भी खुल जाएगी। डीआरएफ ऑफिस के पास दूसरा स्टील ब्रिज भी पिलर पर रख दिया है। यह ब्रिज 200 टन वजनी और 48 मीटर लंबा है। इसके नीचे से गाड़ियां और ऊपर से मेट्रो ट्रेन गुजरेगी। पहला स्टील ब्रिज सितंबर में रेलवे ट्रैक के ऊपर रखा जा चुका है।

RKMP (रानी कमलापति) रेलवे स्टेशन के पास हबीबगंज नाके से डीआरएम स्टेशन के बीच 2 स्टील ब्रिज से मेट्रो गुजरेगी। इसके लिए पिछले 8 महीने से काम चल रहा है। 4 सितंबर को 3 घंटे के अंदर रेलवे ट्रैक पर पिलर के ऊपर 65 मीटर लंबा और 400 टन वजनी ब्रिज का स्ट्रक्चर रख दिया गया था। वहीं, अब दूसरे ब्रिज को भी लॉन्च कर दिया गया है।

सड़क और तिराहे का निर्माण, रास्ता खुलेगा

पहला रेलवे ओवरब्रिज और दूसरा कंपोजिट ब्रिज है। दोनों राजस्थान के अलवर से लाए गए थे। यहां उन्हें असेंबल किया गया। दो दिन के अंदर कंपोजिट ब्रिज को भी रख दिया गया। ब्रिज के ऊपर कुछ काम बाकी है, लेकिन नीचे के काम पूरे हो गए हैं। इसलिए अब सड़क और तिराहे का निर्माण शुरू हो गया है। एक तरफ बड़ा नाला भी बन रहा है। मेट्रो कॉर्पोरेशन के अफसरों के अनुसार, अगले दो से तीन दिन में यह काम पूरा कर लेंगे। 15 अक्टूबर के बाद कभी भी रास्ते को खोलने की स्थिति में आ जाएंगे। दूसरे ब्रिज के लिए सितंबर में ही गर्डर लॉन्च कर दिए गए थे।

8 महीने से रास्ता डायवर्ट, 7Km तक का ज्यादा फेरा

डीआरएम तिराहे की सड़क आईएसबीटी से वीर सावरकर ब्रिज के नीचे से होते हुए होशंगाबाद रोड को जोड़ती है। यही रास्ता मार्च यानी, 8 महीने से बंद है। इससे ट्रैफिक का पूरा दबाव सावरकर सेतु से लेकर बोर्ड ऑफिस चौराहे तक बढ़ गया।

  • बेतरतीब ट्रैफिक प्लान के कारण साकेत नगर और शक्ति नगर की अंदरुनी सड़कों पर भी ट्रैफिक का भार है, क्योंकि आरआरएल तिराहे और आईएसबीटी की तरफ से आने-जाने वाला 30% ट्रैफिक इन्हीं अंदरुनी सड़कों से होकर आता-जाता है। इससे ISBT से होशंगाबाद रोड की ओर जाने वाले लोगों को 5 से 7 किलो मीटर का अतिरिक्त सफर तय करना पड़ रहा है।
  • डायवर्सन की वजह से एक बच्चे की मौत भी हो चुकी है। विश्वकर्मा नगर में एक 10 साल के दीपक सिंह की सड़क हादसे में मौत हो गई थी।
  • हबीबगंज नाके के पास किराना, एव्हरफ्रेश समेत अन्य दुकानें भी आठ महीने से बंद है। इससे कारोबार चौपट हो गया है।
  • 2 से 3 लाख लोगों को फायदा मिलेगा
  • होशंगाबाद रोड की कॉलोनी, अवधपुरी, बीडीए, एम्स, अलकापुरी, साकेतनगर, अमरावतखुर्द समेत सैकड़ों कॉलोनी के लोग इसी रास्ते का उपयोग करते हैं। सड़क खुलने से 2 से 3 लाख लोगों को सीधे फायदा मिलेगा।