उज्जैन / वर्तमान राजनीतिक पर्यावरण पर प्रश्नों की फुहार हुई जब क्षिप्रा नदी के पर्यावरण को लेकर मध्य प्रदेश सरकार में नदी न्यास के अध्यक्ष कम्प्युटर बाबा ने हाल में ही प्रेस वार्ता ली .क्षिप्रा नर्मदा लिंक पर वार्ता में शिप्रा शुद्धिकरण पर प्रश्नों के उत्तर के मध्य में ही पत्रकारों के राजनीतिक प्रश्नों के जवाब में कहा कि भाजपा के चार विधायक कांग्रेस में आयेंगे .मगर जब मुख्यमंत्री कहेंगे तब .बाबा ने उनके नाम बताने से इंकार करते हुए कहा कि ये विधायक शिवराज एवं भाजपा से नाराज चल रहे हैं एवं शिवराज के हस्तक्षेप से परेशान है .
आपको बतादें कि अभी 24 जुलाई को ही मैहर से भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी और ब्योहारी से भाजपा विधायक शरद कोल ने विधान सभा में फ्लोर टेस्ट के समय कमलनाथ सरकार के पक्ष में वोट दिए .कांग्रेस के पास 120 विधायकों का समर्थन था लेकिन उसे 122 विधायकों का समर्थन मिला .जहाँ भाजपा के पूर्व मु मंत्री दावा करते थे कि सरकार हम नही गिराएंगे वो अपने कर्मो से ही स्वयं ही गिर जाएगी वहीँ विधान सभा में फ्लोर टेस्ट के पूर्व नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा था की हमारे नम्बर एक एवं नम्बर दो का आदेश हो जाये तो 24 घंटे में सरकार गिरा देंगे …इस घटनाक्रम में बसपा विधायक रामबाई ने ध्यानाकर्षण के दौरान कहा था कि सरकार बहुमत साबित कर देगी .रामबाई ने मीडिया को बताया कि बसपा विधायक संजीव सिंह कुशवाह से हुई बात पर हमने भाजपा को संकेत भी दिए थे .
पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दोनों विधायकों को उनके घर वापसी पर हार्दिक बधाई दी .सूत्रों का कहना है कि दूसरे दलों से जो भाजपा में जाते हैं उन्हें प्रताड़ित करती है भाजपा एवं उनके क्षेत्रों के विकास में उम्मीद टूट जाती है , ऐसा दल बदल विधायकों का कहना है .
कंप्यूटर बाबा के कहे अनुसार तो उन्हें संकेत मिलने पर वे भाजपा विधायक कांग्रेस में ला सकते हैं उनके अनुसार 4 विधायक भाजपा और शिवराज के दखल से परेशान है और इस तरह उनके आने से कांग्रेस में 126 तक विधायकों की संख्या पहुँच सकती है