भाजपा के संगठन चुनाव की कवायद जल्द शुरू होने जा रही है। 21 अगस्त से पार्टी का सदस्यता अभियान शुरू हो जाएगा। सदस्यता अभियान के बाद स्थानीय समिति के चुनाव होंगे।सदस्यता अभियान के संबंध में शनिवार को दिल्ली में बैठक होना है। बैठक में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा भी मौजूद रहेंगे। पार्टी सूत्रों के अनुसार बैठक में 21 अगस्त से सदस्यता अभियान शुरू करने का ऐलान हो सकता है।
करीब एक महीने तक साधारण सदस्यता अभियान चलेगा। इसके बाद करीब एक पखवाड़े तक सक्रिय सदस्यता अभियान होगा। इन दोनों की प्रक्रिया पूरी होने के बाद संगठन चुनाव का कार्यक्रम घोषित होगा। सबसे पहले स्थानीय समिति, मंडल समिति और जिला समिति के चुनाव होंगे। पार्टी सूत्रों के अनुसार यह पूरी प्रक्रिया नवंबर अंत या दिसंबर के शुरुआत तक पूरी हो पाएगी।
एक महीने के भीतर हो सकती है निगम- मंडलों में नियुक्तियां
प्रदेश में निगम और मंडलों में राजनीतिक नियुक्तियों पर एक महीने के भीतर फैसला हो सकता है। विधानसभा और लोकसभा चुनाव निपट जाने के बाद भाजपा संगठन और सरकार में इन नियुक्तियों की कवायद शुरू हो गई है। पिछले दो दिन से मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा के बीच दो बैठक हो चुकी हैं।
इन बैठकों में निगम- मंडलों में राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर सैद्धांतिक चर्चा पूरी हो चुकी है। अगले कुछ दिनों में हर निगम -मंडल में दावेदारों के नामों पर विचार होगा और इसके बाद नियुक्तियां हो जाएंगी। पिछले साल दिसंबर में डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में नई सरकार के गठन के दो माह के भीतर सभी निगम मंडलों व विकास प्राधिकरणों में पदस्थ अध्यक्ष उपाध्यक्ष आदि को हटा दिया गया था। इनमें से कुछ तो अपने कार्यकाल का लगभग एक वर्ष ही पूरा कर पाए थे। यह सभी अपने राजनीतिक पुनर्वास का इंतजार कर रहे हैं।
इसके साथ ही चुनावों में टिकट से वंचित नेताओं को पार्टी संगठन ने कहीं न कहीं एडजस्ट करने का आश्वासन दिया है। पिछले दिनों हुई बैठकों में यह बात सामने आई थी कि लंबे समय तक इन नियुक्तियों को टालने से कार्यकर्ताओं में असंतोष बढ़ता है।
तीन दिन तक जिलों की कोर समिति की बैठक भोपाल में
वनोपज संघ के इसके साथ ही भाजपा की जिला कोर समिति की बैठकें इस महीने के अंत में भोपाल में हो सकती है। बताया जाता है कि यह बैठकें 29, 30 और 31 अगस्त को मुख्यमंत्री निवास में हो सकती हैं। इन तीन दिनों में अलग-अलग जिलों के कोर समिति सदस्यों को भोपाल बुलाया जाएगा। मंत्रियों के बीच जिलों का प्रभार बांटे जाने के बाद पहली बार यह बैठकें होंगी। इस तरह की बैठकें विधानसभा चुनाव के पहले भी हो चुकी हैं। इन बैठकों में संगठन के चुनाव से लेकर सरकार और संगठन के बीच जिला स्तर पर समन्वय और जिलों के नेताओं के बीच आपसी तालमेल जैसे मुद्दों पर भी इन बैठकों में चर्चा होगी।