बैटरी से लगी आग, 3 बच्चियां जिंदा जलीं:नोएडा में बेड पर सो रही थीं, पिता की हालत गंभीर

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नोएडा में घर में आग लगने से 3 बच्चियों की जिंदा जलकर मौत हो गई। पिता भी झुलस गया है, उसकी हालत गंभीर है। आग घर में रखी बैटरी में शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी। हादसा बुधवार सुबह 4 बजे हुआ।

उस वक्त पूरा घर गहरी नींद में सो रहा था। आग इतनी तेज लगी कि किसी को बाहर भागने का मौका तक नहीं मिला। पिता ने बच्चियों को बाहर निकालने की कोशिश की, लेकिन वह बेहोश होकर गिर गया। वहीं मां भी झुलस गई है। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

घटना सेक्टर-8 स्थित जेजे कॉलोनी की है। DCP राम बदन सिंह ने बताया- आसपास के लोगों ने पुलिस और दमकल विभाग को जानकारी दी। दमकल की 2 गाड़ियों ने 10 मिनट पर आग पर काबू पा लिया, लेकिन 3 बच्चियों को नहीं बचाया जा सका।

बेड पर सो रही थीं बच्चियां
DCP ने बताया- बच्चियां परिवार के साथ कमरे में सो रही थी। बच्चियां बेड पर थी। पिता दौलत राम (32) जमीन पर सो रहे थे। मां मीनू कमरे के बाहर सो रही थी। हादसे में मारी गई बच्चियों की उम्र 5 से 10 साल के बीच है। इनका नाम आस्था (10), नैना (7) और आराध्या (5) हैं। दौलत राम को गंभीर हालत में सफदरजंग अस्पताल रेफर किया गया। मीनू का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। घर का सारा सामन जलकर राख हो गया।

लाइट काटी गई, लोग बाल्टियां लेकर दौड़े

मौके पर मौजूद पड़ोसियों ने बताया- सुबह के करीब 3 बजे होंगे, तभी हम लोगों को चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनाई दी। जब बाहर निकलकर देखा तो दौलत राम के कमरे से धुआं निकल रहा था। इसके बाद हम लोग पास गए, देखा उसके कमरे में आग लगी है। फिर पूरा मोहल्ला इकट्ठा हो गया। हमने पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। आग बुझाने की कोशिश भी की। पुलिस ने तीनों बच्चियों को बाहर निकाला। दौलत राम भी बहुत जल गया है।

दयाशंकर वर्मा ने कहा- फायर ब्रिगेड की गाड़ी करीब आधा घंटे बाद पहुंच गई थी। इसके बाद लाइट काटी गई। हम लोगों ने बाहर जो आग लगी थी, उसे बाल्टियों में पानी भरकर बुझा दिया। लेकिन, अंदर आग बहुत तेज थी। वो नहीं बुझी। उसे फायर ब्रिगेड वालों ने बुझाया। इसके बाद पिता और तीन बेटियों को बाहर निकाला गया। इन्हें प्राइवेट अस्पताल ले जाया गया था।

हरिओम ने बताया- पूरा परिवार चार साल से यहां रह रहा था। हमें यही बताया जा रहा है कि बैट्री में आग लगने से हादसा हुआ है। अच्छे लोग थे। दौलत राम या उनकी पत्नी का कभी किसी से कोई झगड़ा नहीं हुआ। परिवार मिलनसार था।

कमरे में रखी थी बैटरी
दौलत राम ई-रिक्शा चलाता है और किराए के मकान में रहता है। ई-रिक्शा की बैटरी कमरे में रखी हुई थी, जो चार्जिंग में लगी थी। आशंका जताई जा रही है कि चार्जिंग के दौरान शॉट सर्किट हुआ और आग लग गई। डीसीपी रामबदन सिंह ने कहा- बच्चियों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। आगे की कार्रवाई की जा रही है। पीड़ित परिवार के अन्य रिश्तेदार भी आ गए हैं।