बिलासपुर । डीपी विप्र कालेज में स्थापना के स्वर्ण जंयती अवसर पर व्यापार में नवाचार के अवसर व चुनौतियां विषय पर नेशनल सेमीनार का आयोजन किया गया। इग्रू के उपकुलपति व सेमीनार के मुख्य अतिथि प्रो. आरपी दास ने कहा ये विषय बहुत ही रेलीवेंट व डिमांडिंग है। वर्तमान समय व्यापार के लिए चुनौतियों से भरा है। आज बाजार में वहीं टिका रहेगा, जिसने उपभोक्ताओं को अपने प्रोडक्ट का आदि बना लिया हो। इसलिए अपनी ट्रेड पालिसी को नित्य मांजते रहें। साथ ही प्रतिद्वंदी कंपनियों पर भी नजर रखें कि वो ग्राहकों के लिए क्या नया लेकर आ रहीं हैं। इसकी ब्रांडिंग व मार्केटिंग कैसे कर रही हैं, इसके बाद अपनी योजना बनाएं। डीपी कालेज में पं. रामनारायण शुक्ला की स्मृति में वाणिज्य संकाय द्वारा राष्ट्रीय सेमीनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में कई ख्यात वक्ताओं को बुलाया गया। इसमें अटल विवि के कुलपति प्रो. जीडी शर्मा, सीएसवीटीयू भिलाई के उपकुलपति डा. मनोज कुलश्रेष्ठ, सीयू के प्राध्यापक एलसी पटेरिया शामिल थे।
साकारात्मक सोच के साथ बढ़ें
कुलपति प्रो. शर्मा ने अपने संबोधन में छात्रों को कहा कि सकारात्मक सोंच के साथ आगे बढऩे की रणनीति बनाएं, पाजिटिव एनजी से सबकुछ संभव है। वहीं प्रो. कुलश्रेष्ठ ने मार्केट में टिके रहने के लिए नित नए एनोवेशन की जरुरत और विशिष्ट प्रयास को आवश्यक बताया। उन्होंने कहा कि ग्राहकों को आकर्षित करना और अपने प्रोडक्ट का एडिक्ट बनाए रखना ही नवाचार है।
इनोवेशन की जरूरत
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कालेज प्रशासक समिति के अध्यक्ष अनुराग शुक्ला ने कहा सेमीनार की सफलता वक्ताओं के विचार व उसे आत्मसात करने में ही आती है। प्राचार्य अंजू शुक्ला ने नवाचार में शिक्षकों की भूमिका प्रमुख बताते हुए कहा कि सही मायने में वे ही इसके सच्चे वाहक हैं। ंकार्यक्रम का संचालन डा. ेमएस तंबोली व कृतज्ञता ज्ञापन ए श्रीराम ने किया। इस अवसर पर कुलसचिव प्रो. सुधीर शर्मा, डा. विमल कुमार पटेल, डा. साधना सोम, डा. रामाधार पांडेय, डा. संजय तिवारी, डा. केके शर्मा समेत बड़ी संख्या में प्राध्यापक व छात्र शामिल हुए।