अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने वेस्टइंडीज के क्रिकेटर निकोलस पूरन पर गेंद से छेड़छाड़ के लिए प्रतिबंध लगा दिया है। लखनऊ में अफगानिस्तान के खिलाफ खेले गए तीसरे एकदिवसीय मैच में पूरन ने गेंद से छेड़छाड़ की थी। इसका एक वीडियो भी सामने आया था। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने इसपर कड़ा रूख अपनाते हुए उन पर चार टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए प्रतिबंध लगा दिया है।
पूरन पर आईसीसी के अनुच्छेद 2.14 के उल्लंघन (गेंद की हालत बदलने) का आरोप था। यह आरोप मैदानी अंपायरों बिस्मिल्लाह शिनवारी और अहमद दुर्रानी, थर्ड अंपायर अहमद पकाते और चौथे अंपायर इज़ातुल्लाह सफ़ी ने लगाया था। वायरल वीडियो में भी साफ देखने में आया था कि पूरन अपने अंगूठे से गेंद को खरोंच रहे थे। इस हरकत के कारण अब पूरन वेस्टइंडीज के लिए अगले चार टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेल पाएंगे। साथ ही उनके रिकार्ड में 5 नकारात्मक अंक भी जोड़ दिए गए हैं।
पूरन ने अपनी गलती स्वीकार कर ली है। वहीं एमिरेट्स आईसीसी एलीट पैनल ऑफ मैच रेफरी के क्रिस ब्रॉड द्वारा दी सजा को भी स्वीकार कर लिया जिसके तरह औपचारिक सुनवाई की कोई आवश्यकता नहीं थी। पूरन ने कहा कि मैं मानता हूं, मैंने बड़ी गलती की है और मैं आईसीसी के दंड को पूरी तरह से स्वीकार करता हूं। मैं सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि यह एक अलग घटना है और इसे दोहराया नहीं जाएगा।
लेवन 3 ब्रीच के तहत आमतौर पर 4 निलंबन अंक जोकि 5 नकारात्मक अंक बनते हैं, प्लेयर के रिकार्ड में दर्ज होते हैं। इसी के साथ ही 2 टेस्ट मैचों या फिर 4 एकदिवसीय और टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों का प्रतिबंध भी लगता है। अधिकतम जुर्माने की बात करें तो 12 निलंबन अंक जोकि 6 डिमेरिट अंक बनते हैं, दिए जाते हैं।
इससे पहले गेंद से छेड़छाड़ के मामले में पिछले साल ऑस्ट्रेलिया के तत्कालीन कप्तान स्टीव स्मिथ और उपकप्तान डेविड वॉर्नर पर एक साल का प्रतिबंध लगाया गया था। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया के ही कैमरन बैनक्रॉफ्ट पर आठ माह का प्रतिबंध लगाया गया था।