नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए ब्राजील रवाना हो गए हैं। इस सम्मेलन का विषय इस बार ‘अभिनव भविष्य के लिए आर्थिक वृद्धि’ है। वहीं, प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी बयान में बताया गया है कि मोदी छठी बार ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शिरकत कर रहे हैं। पहली बार उन्होंने 2014 में ब्राजील के फोर्टालेजा में शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया था। सूत्रों ने मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार दोपहर ब्राजील की राजधानी ब्रासीलिया के लिए रवाना होंगे। दौरे में भारत से उद्योगपतियों का एक बड़ा प्रतिनिधिमंडल भी मौजूद रह सकता है। यह प्रतिनिधिमंडल ब्रिक्स बिजनेस फोरम में विशेष रूप से शिरकत करेगा जहां सभी पांच देशों का व्यावसायिक समुदाय मौजूद रहेगा।
– मोदी, पुतिन और शी जिनपिंग के साथ करेंगे वार्ता
प्रधानमंत्री रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से भी अलग-अलग द्विपक्षीय वार्ता करेंगे।पीएम मोदी ब्रिक्स बिजनेस फोरम के मुख्य सत्र और समापन समारोह में भी हिस्सा लेंगे। सम्मेलन में समकालीन विश्व में राष्ट्रीय संप्रभुता के लिए चुनौतियों और अवसरों पर बातचीत की संभावना है।
– ब्रिक्स एमओयू पर होंगे हस्ताक्षर
इसके बाद, ब्रिक्स के पूर्ण अधिवेशन का कार्यक्रम होगा। इसमें ब्रिक्स के सभी नेताओं द्वारा आपस में आर्थिक विकास के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर बातचीत हो सकती है। प्रधानमंत्री ब्रिक्स बिजनेस काउंसिल के ब्रिक्स नेताओं के साथ बैठक में भी भाग लेंगे। इसमें ब्राजिलियन ब्रिक्स बिजनेस काउंसिल के अध्यक्ष और न्यू डेवलपमेंट बैंक के अध्यक्ष अपनी-अपनी रिपोर्ट भी देंगे। इसमें व्यापार और निवेश प्रमोशन एजेंसियों के बीच ब्रिक्स एमओयू पर भी हस्ताक्षर होंगे। ब्रिक्स 5 उभरती बड़ी अर्थव्यवस्थाओं वाले देशों ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका का समूह है। इस समूह के देशों की जनसंख्या विश्व की जनसंख्या ता 42% है और यह विश्व की जीडीपी का 23% का प्रतिनिधित्व करते हैं। इन देशों की विश्व व्यापार में हिस्सा 17% है।