नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी (Congress Party) अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है. गिनती के राज्यों में अब कांग्रेस की सरकार बची है. फिर भी कांग्रेस की कलह खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. महाराष्ट्र (Maharashtra assembly Elections 2019) और हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana assembly Elections 2019) की तारीखों के ऐलान के साथ ही दोनों ही राज्यों में पार्टी नेताओं के बीच कलह सामने आ रही हैं. महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता संजय निरुपम (Sanjay Nirupam) ने तो कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को दरबारियों से मुक्ति पाने की हिदायत तक दे डाली है. हरियाणा में पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर (Ashok Tanwar) ने कांग्रेस से इस्तीफा दे चुके हैं.
तंवर ने इस्तीफा देन के बाद कहा था कि कांग्रेस खुद ही देश को कांग्रेस मुक्त बनाने में लगी है. कुछ लोग कांग्रेस में ऐसे हैं जो 5 साल तक विदेश में रहते हैं और फिर अचानक प्रकट हो जाते हैं. उन्होंने कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व पर टिकट बेचने के आरोप लगाए थे. कांग्रेस में जारी 'महाभारत' की तीन वजहें सामने आई हैं:
पहली वजह यह है कि राहुल अपनी टीम के नेताओं को सीएम बनाने में नाकाम रहे. राहुल के नेतृत्व में पंजाब, छत्तीसगढ़, राजस्थान,एमपी में सरकार बनी. कैप्टन अमरिंदर सिंह, अशोक गहलोत और कमलनाथ मुख्यमंत्री बने. कैप्टन, गहलोत, कमलनाथ तीनों टीम सोनिया के सदस्य हैं.
दूसरी वजह यह है कि सोनिया के कांग्रेस अध्यक्ष बनते झारखंड, हरियाणा के अध्यक्ष हटाए गए. झारखंड, हरियाणा में अध्यक्षों की नियुक्ति राहुल गांधी ने की थी. अशोक तंवर खुलकर पार्टी नेतृत्व के खिलाफ आ गए हैं. अशोक तंवर ने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया, बगावत कर दी. तीसरी वजह है कि एमपी, राजस्थान में कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर मचा है घमासान. मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया प्रदेश अध्यक्ष बनना चाहते हैं. सीएम कमलनाथ और दिग्विजय सिंह उनका विरोध कर रहे हैं.
बिछड़े सभी बारी-बारी
10 सितंबर 2019 को मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री कृपाशंकर सिंह ने कांग्रेस छोड़ी. 19 सितंबर को नारायण राणे, नितेश राणे ने कांग्रेस पार्टी छोड़ी. सितंबर माह में ही कांग्रेस विधायक गोपालदास अग्रवाल बीजेपी में शामिल हुए. अभिनेत्री से नेता बनीं उर्मिला मातोंडकर ने भी सितंबर माह में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था. पिछले माह ही कांग्रेस विधायक काशीराम पावरा भी बीजेपी में शामिल हुए. 4 जून 2019 को कांग्रेस के नेता विपक्ष रहे राधाकृष्ण विखे पाटिल ने कांग्रेस छोड़ी.
कांग्रेस में मां-बेटे की 'महाभारत'
पूरी कांग्रेस दो खेमे में बंटी हुई है. एक तरह टीम सोनिया है तो दूसरी ओर टीम राहुल है. अशोक गहलोत, कमलनाथ, गुलाम नबी आजाद, मुकुल वासनिक, मल्लिकार्जुन खड़गे, संजय निरुपम, कैप्टन अमरिंदर सिंह, अहमद पटेल, दिग्विजय सिंह को सोनिया गांधी के खेमे का माना जा रहा है. वहीं, मिलिंद देवड़ा, सचिन पायलट, ज्योतिरादित्य सिंधिया और अशोक तंवर को राहुल गांधी के खेमे का माना जा रहा है.