बच्चों के साथ भी कभी हुई थी राजीव की ‘प्रेस वार्ता’

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राजीव गाँधी जन्म दिवस (सद्भ्वना दिवस )

बच्चों के साथ भी कभी हुई थी राजीव की ‘प्रेस वार्ता’

  [20 अगस्त पूर्व प्रधानमंत्री के जन्म दिवस पर पुष्पांजली स्वरुप यह लेख ]

बच्चों के साथ भी कभी हुई थी पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी जी की ‘प्रेस वार्ता’,जी हाँ ,बात बहुत पुरानी है जब पुरे भारत के स्कूलों के जागरूक बच्चे इस दिन का इंतजार कर रहे थे कि छात्र छात्राओं के साथ प्रधान मंत्री का साक्षात्कार टी वी चैनेल्स में आने वाला है क्योंकि जैसा  कि होता आया है कि ख़बरों से और प्रोमो से कार्यक्रमों की  जानकारी पहले ही दे दी जाती है इसलिए सब इंतजार में थे . मैंने भी ये कार्यक्रम देखा और जितना हो सका उतना नोट भी किया. बात 14 जुलाई 1985 की है जब इस साक्षात्कार का प्रसारण हुआ था ,दिल्ली के इंग्लिश मीडियम स्कूल के सी बी एस ई के सीनियर स्टूडेंट्स ने ये साक्षात्कार लिया था, इसमें लगभग 55 प्रश्न थे और साक्षात्कार के दरमियान जैसे जैसे वक्त आगे बढ़ता गया ये कार्यक्रम किसी परिपक्व प्रेस वार्ता जैसा लगने लगा ,और अगले दिन प्रिंट मीडिया में भी लिखा गया कि ये वार्ता (कनवर्सेशन)किसी प्रेस वार्ता से कम नहीं थी.आपको बतादें कि बच्चों की मैगज़ीन “टारगेट” ने यह वार्ता पी एम हाउस में 8 जुलाई 1985 को आयोजित की थी .जो की अंग्रेजी भाषा में थी . प्रश्न कम ऊम्र से ले कर युवाओं  के स्तर तक के थे और बहुत ही अनुशाषित थे इसी तरह राजीव जी के जवाब भी कम शब्दों में बच्चों को सब कुछ समझा देना जैसा था .हर जवाब में राजीव जी का सौम्य स्वाभाव परिद्रश्य होता था .यह कहना अतिश्योक्ति न होगी कि बच्चे हर उत्तर में अपना भविष्य देखते रहे होंगे .

जैसा कि पहला प्रश्न था सर ,आपके प्रोफेशन में एक परिवर्तन आया है ,इस नई ज़िम्मेदारी को आप किस तरह से देखते हैं? राजीव जी का जवाब था बहुत ज्यादा परिवर्तन नहीं ,सामने बहुत बड़ी चुनौती पूर्ण जिम्मेदारियां हैं ,यदि आप किसी कार्य को करने के लिए निकलते हैं और उस कार्य में आपकी रूचि है साथ ही पूरा मन भी है तब यहाँ और वहां में खास फर्क नहीं रह जाता है .एक चतुर प्रश्न “what do you find similar in steering an aero plane and steering the largest democracy ?” यह बहुत कठिन प्रश्न है ,मै सोचता हूँ कि सबसे बड़ी समानता अनुशासन की है ,आपको दोनों जगह अनुशाषित रहना होगा नहीं तो बाकि चीज़े भी गलत नतीजा देंगी .एक प्रश्न कि निर्णय लेने में आपकी कौन मदद कर्ता है ?राजीव जी ने संक्षिप्त में सरकार के सभी महत्वपूर्ण विभागों की चर्चा की और केबिनेट के रोल के बारे में बताया .छात्र रुके नहीं और आ गए प्रश्न के लक्ष्य पर ,…आपकी पत्नी और बच्चे ?No, जवाब मिला सटीक ,…छात्र छात्राओं ने डेली रूटीन कार्यों पर भी प्रश्न किये,, राहुल प्रियंका का नाम लिए बगैर उनके राजनीति में आने की बात पर राजीव जी ने दर्शाया कि निर्णय उन्हें ही लेना है मै इस बारे में प्रभावित नहीं करता. तत्कालीन यु एस प्रेसिडेंट रीगन के स्टार-वार कार्यक्रम के राजीव द्वारा डिस- अप्रूवल के प्रश्न के जवाब में राजीव ने समझाते हुए बताया कि स्पेस में सैटलाइट सिर्फ हमारे देशों में क्या चल रहा है उस पर नज़र रखने के लिए है . स्पेस में आर्म्स रेस ठीक नहीं . एक और खास प्रश्न था कि आज का युवा विश्व में शांति कैसे ला सकता है?इस तरह अति महत्व पूर्ण प्रश्नों के जवाब पूर्व प्रधानमंत्री ने सटीक और ज्ञान वर्धक दिए.

इस कर्यक्रम के बाद एक छोटा सा सर्वे किया गया था , जिसमे अत्यधिक लोगों ने कार्यक्रम को आउटस्टैंडिंग बताया था