भोपाल। Global Investors Summit: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भोपाल के इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस) का उद्घाटन किया। कार्यक्रम स्थल पर वे मंच पर नहीं नीचे लगी कुर्सी पर बैठे।
इसके पहले पीएम ने प्रदेश में 18 नीतियों का लोकार्पण किया। यह नीतियां प्रदेश में विकास की गति को नई दिशा देंगी। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में निवेश का यही समय सही है। इसके साथ उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले समय में टेक्सटाइल, टूरिज्म और टेक्नोलॉजी सेक्टर नई जॉब्स क्रिएट करेंगे।
देर से आने पर मांगी माफी, बोले- बच्चों की परीक्षा थी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत में कहा कि आज मुझे यहां आने में विलंब हुआ, इसके लिए मैं आप सबसे क्षमा चाहता हूं। विलंब इसलिए हुआ क्योंकि कल जब मैं यहां पहुंचा तो एक बात ध्यान में आई कि आज 10वीं और 12वीं के छात्रों के एग्जाम हैं।
उसका समय और मेरा राजभवन से निकलने का समय क्लेश हो रहा था। उसके कारण संभावना थी कि सिक्युरिटी के कारण अगर रास्ते बंद हो जाएं और बच्चों को परीक्षा के लिए जाने में कठिनाई हो जाए। ये कठिनाई न हो, बच्चे समय से अपने परीक्षा केंद्र पर पहुंच जाएं। इसके कारण मैंने निकलने में ही 10-15 मिनट की देरी कर दी।
दुनिया को भारत से बहुत आशाएं हैं
विकसित मध्य प्रदेश से विकसित भारत की यात्रा में आज का ये कार्यक्रम बहुत अहम है। इस भव्य आयोजन के लिए मैं सीएम डॉ. मोहन यादव और उनकी पूरी टीम को बहुत-बहुत बधाई देता हूं। भारत के इतिहास में ऐसा अवसर पहली बार आया है, जब पूरी दुनिया भारत के लिए इतनी ऑप्टिमिस्टिक है। पूरी दुनिया में चाहे सामान्य जन हो, अर्थनीति के विशेषज्ञ हो, विभिन्न देश हो या फिर इंस्टीट्यूशन इन सभी को भारत से बहुत आशाएं हैं।
फास्टेस्ट ग्रोइंग इकोनामी
कुछ दिन पहले ही वर्ल्ड बैंक ने कहा है कि भारत आने वाले वर्षों में ऐसे ही दुनिया की फास्टेस्ट ग्रोइंग इकोनामी बना रहेगा। कुछ ही दिन पहले क्लाइमेंट चेंज पर यूएन की एक संस्था ने भारत को सोलर पॉवर की सुपरपॉवर कहा था। इस संस्था ने ये भी कहा कि जहां कई देश सिर्फ बातें करते हैं, वहीं भारत नतीजे लाकर दिखाता है।
मध्य प्रदेश जनसंख्या के हिसाब से भारत का पांचवां सबसे बड़ा राज्य है। मध्य प्रदेश कृषि के मामले में भारत के टॉप के राज्यों में है। मिनरल्स के हिसाब से भी मध्य प्रदेश देश के टॉप 5 राज्यों में है। मध्य प्रदेश को जीवनदायिनी मां नर्मदा का भी आशीर्वाद प्राप्त है। मध्य प्रदेश में हर वो संभावना है, हर वो पोटेंशल है जो इस राज्य को जीडीपी के हिसाब से भी देश के टॉप 5 राज्यों में ला सकता है।
पहले बिजली और पानी की बहुत सारी दिक्कतें थीं
बीते 2 दशकों में मध्य प्रदेश ने ट्रांसर्फामेशन का नया दौर देखा है। एक समय था जब यहां बिजली और पानी की बहुत सारी दिक्कतें थीं। कानून-व्यवस्था की स्थिति तो और भी खराब थी। ऐसी हालत में यहां इंडस्ट्री का विकास बहुत मुश्किल था। बीते 2 दशक में मध्य प्रदेश के लोगों के सपोर्ट से यहां की भाजपा सरकार ने गर्वनेंस पर फोकस किया। दो दशक पहले तक लोग एमपी में निवेश करने से डरते थे। आज मध्य प्रदेश निवेश के लिए देश के टॉप राज्यों में शामिल हो गया है।
एमपी से होकर गुजर रहा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे
बीते दशक में भारत ने इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास में उछाल का दौर देखा है। इसका बहुत बड़ा फायदा मध्य प्रदेश को मिला है। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे जो देश के 2 बड़े शहरों को जोड़ रहा है, उसका बड़ा हिस्सा मध्य प्रदेश से ही होकर गुजर रहा है। यानी एक तरफ मध्य प्रदेश को मुंबई के पोर्ट्स के लिए तेज कनेक्टिविटी मिल रही है और दूसरी तरफ नार्थ इंडिया के बाजार को भी ये कनेक्ट कर रहा है।
पीएम ने कहा- हम सभी जानते हैं कि औद्योगिक विकास के लिए वॉटर सिक्युरिटी होना कितना जरुरी है। इसके लिए हम एक तरफ वॉटर कंजर्वेशन पर बल दे रहे हैं। दूसरी तरफ हम रिवर लिंकिंग का मिशन लेकर भी आगे बढ़ रहे हैं।
12 लाख रुपय तक की इनकम को किया टैक्स फ्री
बीता दशक भारत के लिए एनर्जी सेक्टर की अभूतपूर्व वृद्धि का रहा है। खासतौर पर ग्रीन एनर्जी को लेकर भारत ने वो कर दिखाया है, जिसकी कल्पना तक मुश्किल थी। इस बार के बजट में भारत की ग्रोथ के हर पहलू पर हमने फोकस किया है। इस बजट में मध्यम वर्ग को सशक्त करने के लिए अनेक कदम उठाए गए हैं। हमने 12 लाख रुपये तक की इनकम को टैक्स फ्री किया है। टैक्स स्लैबस को रिस्ट्रक्चर किया है। बजट के बाद आरबीआई ने भी ब्याज दरें घटाई हैं।
नेशनल लेवल पर दे रहे बड़े रिफार्म
बीते एक दशक से नेशनल लेवल पर हम एक के बाद एक बड़े-बड़े रिफार्म को गति दे रहे हैं। अब स्टेट और लोकल पर भी रिफार्म को एनकरेज किया जा रहा है। भारत का टैक्सटाइल सेक्टर करोड़ों लोगों को रोजगार देता है।
एमपी देश का कॉटन कैपिलट है
भारत के पास टैक्सटाइल से जुड़ी एक पूरी ट्रेडिशन भी है, स्किल भी है और उद्यमशीलता भी है। मध्य प्रदेश तो एक प्रकार से भारत की कॉटन कैपिटल है। भारत की करीब 25% ऑर्गेनिक कॉटन सप्लाई मध्य प्रदेश से ही होती है।
देश में ये तीन सेक्टर क्रिएट करेंगे जॉब
भारत के विकसित भविष्य में तीन सेक्टर की बहुत बड़ी भूमिका रहने वाली है। ये तीनों सेक्टर, करोड़ों नई जॉब क्रिएट करने वाले हैं। ये सेक्टर हैं – टेक्सटाइल, टूरिज्म और टेक्नोलॉजी।
सीएम ने कहा आज से विश्व में भोपाल की नई पहचान बनेगी
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि भोपाल की पहचान गैस त्रासदी से होती थी। आज के बाद भोपाल ग्लोबल रूप से नई पहचान बनाने जा रहा है। मध्य प्रदेश में संपदा भरपूर है। भोपाल देश की स्वच्छ राजधानियों में से औद्योगिक विकास आए हैं। हमने पांच वर्ष में अर्थव्यवस्था को दोगुना करने का लक्ष्य रखा है।
एक वर्ष पूर्व औद्योगिक विकास की यात्रा रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव प्रारंभ की मुंबई, कोयंबटूर, दिल्ली में कार्यक्रम किए। निवेश नीति पर हम काम कर रहे हैं। 18 नई नीतियां लेकर आए हैं। नियम प्रक्रियाओं को सरल बनाया गया है। 2025 को उद्योग एवं रोजगार वर्ष बना रहे हैं। विभागीय सबमिट हुई है। प्रदेश में निवेश के लिए बहुत सकारात्मक वातावरण है। नए औद्योगिक पार्क बना रहे हैं। पर्यटन के क्षेत्र में आकर संभावनाएं हैं।
पीएम मित्र पार्क सहित मप्र की 11 विशेषताओं का डिजिटल अनुभव
ग्लोबल इन्वेस्टर समिट (जीआईएस) में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के सपने को साकार करती मध्य प्रदेश की नदी जोड़ो परियोजना, धार का पीएम मित्र पार्क और कूनो में चीतों के कुनबा सहित प्रदेश की 11 विशेषताओं का डिजिटल अनुभव किया जा सकेगा।
नगरीय विकास और प्रवासी महाकुंभ भी
जीआईएस में सात विभागीय सम्मेलन होंगे, जिनमें आईटी प्रौद्योगिक, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा, पर्यरण, खनन, एमएसएमई, स्टार्टअप, नगरीय विकास और प्रवासी महाकुंभ होगा। जीआईएस के लिए 31,659 पंजीयन हुए है।