पाकिस्तान अधिकृति कश्मीर (पीओके) के सामाजिक कार्यकर्ता अमजद मिर्जा ने शनिवार को कहा कि पाकिस्तान ने करतारपुर कॉरिडोर एक एजेंडे के तहत खोला है। पाकिस्तान करतापुर कॉरिडोर के जरिये भारत में अशांति फैलाने चाहता है। आम सिख श्रद्धालुओं के लिए इसी महीने करतारपुर कॉरिडोर खोला गया है।
भारतीय मूल के अमजद मिर्जा पाकिस्तान से निर्वासित हैं। फिलहाल, वह स्कॉटलैंड के ग्लासगो में रहते हैं। पाकिस्तान ने यह निर्णय अब क्यों लिया? 73 साल बाद कॉरिडोर क्यों खोला? पाकिस्तान ने ऐसा इसलिए किया कि भारत में आतंक फैलाने के लिए कश्मीर के दरवाजे बंद हो चुके हैं। वहीं पाकिस्तानी सेना के प्रति आम लोगों में विश्वास कम हुआ। पाकिस्तानी सेना अब करतारपुर गलियारे के जरिये खालिस्तानी आतंकवादियों को पंजाब की शांति बिगाड़ने भेजेगी।
भारत विरोधी गतिविधियों में जुटा पाक :-
अमजद मिर्जा ने कहा कि अगर पाकिस्तान को लोगों की इतनी चिंता है, तो लद्दाख और कश्मीर का रास्ता क्यों नहीं खोलता? अगर वह ऐसा करेगा, तो दोनों देशों की सीमा पर रहने वाले लोग एक-दूसरे से घुलने-मिलने लगेंगे और अगर ऐसा हो गया, तो फिर वहां के हुक्मरान अपनी राजनीतिक रोटियां कैसे सेंक पाएंगे। पाकिस्तान के मन में भारत के कल्याण की कोई बात नहीं है। वह केवल अपनी भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने में जुटा है।
पीओके के लोगों का दमन हो रहा :
उन्होंने पीओके में सेना के दमन पर कहा कि पाकिस्तानी सेना और सरकार पीओके के लोगों पर अत्याचार कर रही है। पीओके में 22 अक्तूबर को रैली निकालने वालों पर लाठी चार्ज की गई, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई। 150 लोगों को गिरफ्तार किया गया। अभी भी 100 से अधिक लोग लापता हैं। इसके बाद भी वहां के लोग अपनी स्वतंत्रता के लिए आवाज बुलंद कर रहे हैं।
पीओके में विरोध करने वालों जेल :
मिर्जा ने कहा कि इमरान से लेकर पिछली सभी सरकारों ने पीओके के लोगों से क्रूर व्यवहार किया। मिर्जा ने बताया कि चीन को खदानें देने का विरोध करने वाले हमारे दो मित्रों – एक को 70 साल की और एक को 90 साल की सजा सुनाई गई है। बता दें कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से पीओके में पाकिस्तान विरोधी प्रदर्शन हो रहे हैं। यहां के लोग अपने हक, अपनी स्वतंत्रता के लिए सड़कों पर उतर रहे हैं।