उत्तर पूर्व जिला पुलिस ने शुक्रवार को पांच साल के मासूम की हत्या के मामले में उसकी मां और प्रेमी समेत तीन को गिरफ्तार किया है। प्रेमी ने गुस्से में आकर बच्चे को पीट दिया था जिससे वह बेहोश हो गया था। प्रेमी को बचाने के लिए महिला ने उसके साथ मिलकर अपने ही बेटे का गला घोंट डाला। इसके बाद आरोपी शव को बोरे में डालकर वाहन से लेकर खजूरी खास पहुंचे और वहां के नाले में डाल दिया था।
डीसीपी वेद प्रकाश सूर्या ने बताया कि 21 नवंबर को खजूरी खास स्थित नाले में पड़े बोरे से पांच छह साल के बच्चे की लाश बरामद की गई थी। बच्चे की पहचान नहीं हो पाई थी। हत्या की धारा में एफआईआर दर्ज कर ली गई और स्पेशल स्टाफ के इंस्पेक्टर विनय यादव की देखरेख में टीम गठित की गई।
सीसीटीवी फुटेज में दिखे आरोपी : पुलिस को सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में संदिग्ध ईको वैन दिखाई दी जिसमें एक महिला और दो पुरुष सवार थे। तीनों वैन से बाहर निकलते हुए और फिर एक बोरे को नाले में फेंककर जाते हुए दिखाई दिए। पुलिस ने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज के माध्यम से वैन का पीछा किया। एक जगह वैन के पीछे भगवान का नाम थोड़े अलग तरह से लिखा हुआ दिखाई दिया। इसके बाद पुलिस टीम ने इस चिन्ह के जरिये दयालपुर के आसपास वैन की तलाश शुरू कर दी। कोशिश रंग लाई और पुलिस ने पहले वैन मालिक प्रदीप को पकड़ा। उससे पूछताछ कर धीरज और अनिता को भी गिरफ्तार कर लिया।
मी के साथ रह रही
पूछताछ में मालूम हुआ 22 साल की अनिता की शादी जयवीर नाम के युवक से हुई थी। उससे दो बच्चे भी थे। इस बीच अनिता की मुलाकात धीरज से हुई। जयवीर की शराब पीने की आदत से तंग आकर अनिता ने उससे रिश्ता खत्म कर लिया और उसे छोड़कर बच्चों के साथ धीरज के साथ रहने लगी।
नशे में पिटाई की
धीरज की आय कम होने के कारण आर्थिक तंगी हो गई। 20 नवंबर को भूख की वजह से पांच साल का बच्चा रो रहा था। तभी शराब के नशे में धुत होकर धीरज ने उसकी पिटाई कर दी। इससे वह बेहोश हो गया। प्रेमी को बचाने के लिए अनिता ने बेटे की हत्या का फैसला किया। दोनों ने उसे गला घोंटकर मार डाला। धीरज ने अपने रिश्तेदार प्रदीप की वैन से बच्चे के शव को ले जाकर नाले में फेंक दिया।