टी 20 में हार के बाद हिटमैन के बल्ले ने दिखाया कमाल, देखने को मिली तूफानी पारी

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नई दिल्ली। बांग्लादेश के खिलाफ टी-20 इंटरनेशनल सीरीज के पहले मैच, जो दिल्ली में खेला गया था, में भारत को हैरान करने वाली पराजय का सामना करना पड़ा। यह टी-20 क्रिकेट में भारत की बांग्लादेश के खिलाफ पहली हार थी। इस हार से 'नाराज' कप्तान रोहित शर्मा ने अगले ही मैच में ताबड़तोड़ 43 गेंदों में 85 रन ठोकते हुए टीम की जीत सुनिश्चित कर दी। उन्होंने अपनी तूफानी पारी में 6 चौके और 6 छक्के जड़े। इसमें से 3 छक्के तो उन्होंने लगातार एक ही ओवर कूट डाले थे।
यह तो सभी जानते ही हैं कि यह पहला मौका नहीं था, जब रोहित शर्मा विपक्षी गेंदबाजों पर इस तरह बेरहमी से टूटे थे। देखा जाए तो पिछले 5 वर्षों में हिटमैन के बल्ले से क्रिकेट फैन्स को इस तरह कई तूफानी और ऐतिहासिक पारी देखने को मिली है। मौजूदा दौर के रन मशीन कहे जाने वाले विराट कोहली भी कई मामले में उनसे पिछड़े नजर आते हैं। पूर्व तूफानी ओपनर वीरेंदर सहवाग का वह बयान (जिसमें उन्होंने कहा- जो रोहित कर सकते हैं, वह विराट नहीं) इस बात की पुष्टि भी करता है।
राजकोट में खेला गया दूसरा मैच रोहित के टी-20 इंटरनेशनल करियर का 100वां मैच थे, जिसे यादगार बनाने में उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी थी। हाल ही में खत्म हुई साउथ अफ्रीका के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में उन्होंने 500 से अधिक रन ठोके थे, जिसमें लगातार 3 मैचों में 3 शतक भी शामिल थे। इससे पहले उन्होंने इंग्लैंड में खेले गए वनडे वर्ल्ड कप में धुरंधर गेंदबाजों की जमकर खबर ली थी और वर्ल्ड रेकॉर्ड 5 शतक जड़े थे। इससे उनकी फॉर्म का अंदाजा लगाया जा सकता है। पिछले 5 वर्षों के रेकॉर्ड (वनडे और टी-20 इंटरनेशनल) पर नजर डाली जाए तो नियमित कप्तान विराट कोहली से कई मामलों में रोहित बेहतर हैं। विराट ने 140 इंटरनेशनल मैच खेले हैं, जबकि 68.42 औसत से 7048 रन बनाए हैं। उनका स्ट्राइक-रेट 103.28 रहा है। रोहित की बात करें तो इस दौरान हिटमैन के नाम 152 मैचों में 51.50 की औसत से 7005 रन दर्ज हुए। स्ट्राइक-रेट 105.95 रहा है, जो विराट से बेहतर है। विराट 33 बार नॉट आउट रहे हैं, जो उनके औसत को बेहतर बनाता है। जबकि रोहित 14 बार ऐसा कर सके हैं।