सांई बाबा के जयघोष के बीच अखंड धूने की अग्नि से प्रज्वलित हुई तीन दिवसीय शाही भंडारे की भट्टी 

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इन्दौर । एबी रोड़ स्थित सांई शक्ति स्थल, बिच्छूदास के बगीचे पर आज से तीन दिवसीय शाही सांई भंडारे का शुभारंभ सांईबाबा के जयघोष के बीच हुआ। सांई भक्त शरद स्नेही, मोहन अग्रवाल, सांईराम कसेरा, उमियाधाम स्कूल के बाबूलाल भूत, शैलेष गर्ग और सुरेश यादव आदि सांई भक्तों ने जैसे ही बाबा के अखंड धूने की अग्नि से भंडारे की भटटी में अग्नि प्रज्वलित की, हजारों सांई भक्तों ने बाबा के जयघोष से आकाश गुंजायमान बना दिया। इसके साथ ही यहां आज से तीन दिवसीय भंडारा शुरू हो गया। आज पहले दिन रात 11 बजे तक 15 हजार  से अधिक भक्तों ने इस भंडारे में पहुंच कर भोजन प्रसादी ग्रहण की।
आयोजन समिति के अध्यक्ष हरि अग्रवाल, संस्थापक सांईराम कसेरा एवं संयोजक गोपाल मित्तल ने बताया कि आज से प्रारंभ यह भंडारा 11 नवंबर को रात 10 बजे तक चलेगा। गत वर्ष 100 घंटे का अखंड भंडारा गोल्डन बुक में दर्ज हो चुका है। इसके पूर्व भी 2014 में 96 घंटे, 2015 में 97 घंटे, 2016 में 98 और 2017 में 99 घंटे के भंडारे के विश्व कीर्तिमान दर्ज हो चुके हैं। आज पहले दिन नुक्ती, ज्वार, मक्का, बाजरा, तंदूरी रोटी, तवा रोटी, बेसन, खिचड़ी, मिक्स सब्जी परोसी गई। चार घंटे बाद यह मेन्यू बदला और मिठाई मेें लड्डू तथा सब्जी बदल गई। प्रारंभिक 4 घंटों में भंडारे की रफ्तार काफी धीमी रही लेकिन दोपहर 3 बजे के बाद सांई भक्तों के हुजूम लगातार आते रहे।
समिति के गोविंद शर्मा एवं नीलेश भूतड़ा ने बताया कि लगभग 30 हजार वर्गफुट में बनाए गए शामियाने में भक्तों की सुविधा के लिए 24 घंटे रोशनी, आर.ओ के शुद्ध पानी, साफ-सफाई, परोसगारी, बैठक व्यवस्था सहित समुचित प्रबंध किए गए हैं। अगले दो दिनों में महाराष्ट्र एवं निमाड़ अंचल के अलावा आसपास के सांईभक्त भी यहां आ कर अपनी सेवाएं देंगे। इस अवसर पर 101 अखंड ज्योत एवं 101 कलश श्रीफल की पूजा एवं आरती भी की गई। मानपुर, पीथमपुर, सागोर, बेटमा, देपालपुर, धार, हंासलपुर, महूगांव, कोदरिया, हरसोला, गवली पलासिया, जामली, धामनोद, दूधी सहित आसपास के सभी कस्बों के अलावा बड़ी संख्या में इंदौर के सांई भक्त एवं ग्रामीण भी इस भंडारे में भागीदार बनने आ रहें है।
भंडारे के साथ बड़ी संख्या में महिलाएं सांई पारायण भी कर रही हैं। भंडारे की व्यवस्था इस ढंग से की गई है कि भोजनशाला की एक पारी खत्म होने के बाद बाहर प्रतीक्षालय में बैठे भक्त मात्र आधे घंटे बाद प्रसाद प्राप्त कर सकें और तब तक संाई पारायण का आनंद भी ले सकें। भंडारे में प्रसादी ग्रहण करने के लिए धर्म, जाति, आयु, लिंग आदि किसी तरह का बंधन नहीं है। हर किसी के लिए यह भंडारा 24 घंटे लगातार सोमवार 11 नवंबर को रात 10 बजे तक खुला रहेगा। हर 4 घंटे में यहां का मेन्यू बदलता रहेगा और भक्तांे को हर समय गरमागरम स्वादिष्ट भोजन मिलेगा।