पूर्व जनसंपर्क मंत्री नरोत्तम मिश्रा के निज सचिव रहे वीरेंद्र पांडे और निर्मल अवस्थी की तबियत इस तरह बिगड़ी कि एक साथ अस्पताल में भर्ती कराया गया .इतना ही नहीं उनकी बीमारी भी एक सामान निकली अर्थात सीने में दर्द और घबराहट होने की शिकायत. उन्हें कल ही गिरफ़्तारी के बाद बीमार होने पर 1250 के जयप्रकाश नारायण अस्पताल में भर्ती कराया गया .
मुद्दे की बात ये है की ई- टेंडर घोटाले में ई ओ डब्लू (इकोनोमिक ओफेन्सिव विंग)ने ई-टेंडर घोटाले में दोनों को कल गिरफ्तार किया ,निर्मल विधि एवं विधाई कार्य विभाग और वीरेंद्र जल संसाधन विभाग में हैं .दोनों विभाग पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा के पास थे . सूत्रों के अनुसार दोनों ने निजी कंपनियों को करोड़ों रुपये के टेंडर दिलाने के लिए ई-टेंडर में छेड़छाड़ की और इसके लिए बाकायदा एक आई टी कंपनी को काम में लिया .
सुत्रों का कहना है कि आई टी क्षेत्र की कंपनी ओसमो इस काम के लिए जानी जाती है .ओसमो आई टी सालयुशन कंपनी के पदाधिकारियों से इन दोनों की मिलीभगत से टेंडर की राशि घटा दी .इस घोटाले में ऐसी 7 कम्पनियाँ के नाम उजागर हुए हैं. घोटाले में मध्यस्थता करने वाले मनीष खरे ने ई ओ डब्ल्यू की कस्टडी में जानकारिया दी .सम्भावना है कि नरोत्तम मिश्रा को भी नोटिस भेजा जा सकता है .