बालोद। राज्य शासन के निर्देशानुसार खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी कार्य के अंतर्गत बालोद जिले के सभी 143 धान खरीदी केन्द्रों में इलेक्ट्राॅनिक तौल मशीन की सुविधा उपलब्ध होने से जिले के सभी धान खरीदी केन्द्रों में पारदर्शी एवं सुविधाजनक ढंग से धान खरीदी का कार्य संपन्न हो रहा है। जिले के सभी धान खरीदी केन्द्रों में इलेक्ट्राॅनिक तौल मशीन उपलब्ध होने से शीघ्रता एवं आसानी से किसानों के धान खरीदी होने के साथ-साथ धान खरीदी की पूरी प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से संपन्न हो रहा है। इस नई व्यवस्था से बालोद जिले के किसानों में हर्ष व्याप्त है। जिले के आदिवासी बाहुल्य डौण्डी विकासखण्ड के ग्राम छिंदगांव के कृषक जोहार एवं ग्राम भण्डारी पारा डौण्डी के कृषक भागीरथी ने राज्य शासन की इस नई व्यवस्था की सराहना करते हुए इसे किसानों के लिए अत्यंत कारगर एवं लाभप्रद बताया। उन्होंने कहा कि धान खरीदी केन्द्र में इलेक्ट्राॅनिक तौल मशीन की सुविधा उपलब्ध होने से इस वर्ष शीघ्रता से बिना किसी परेशानी के उनकी धान की खरीदी हो गई। किसानों ने कहा कि इस नई व्यवस्था से धान खरीदी केन्द्र में किसी भी प्रकार की हेर-फेर की गुंजाईश नही है। जिसके कारण हम सभी कृषक बहुत ही प्रसन्नचित है।
धान खरीदी केन्द्रों में इलेक्ट्राॅनिक तौल मशीन की उपलब्ध सुविधा के संबंध में जानकारी देते हुए किसान जोहार ने बताया कि इस नई व्यवस्था से हम किसानों के धान बिक्री का कार्य बहुत ही आसान हो गया है। उन्होंने बताया कि उनके पास उनके ग्राम छिंदगांव में मात्र 01 एकड़ खेती योग्य कृषि भूमि है। वे इस कृषि भूमि में खेती के अलावा मेहनत-मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण का कार्य करते हैं। उन्होंने बताया कि धान खरीदी के पहले दिन 14 नवंबर को विकासखण्ड मुख्यालय डौण्डी के धान खरीदी केन्द्र में अतिथियों द्वारा उनका स्वागत, अभिनंदन के बाद उनके धान की खरीदी की गई। किसान जोहार ने बताया कि धान खरीदी के कर्मचारियों के द्वारा धान खरीदी केन्द्र के इलेक्ट्राॅनिक तौल मशीन के माध्यम से बहुत ही कम समय में आसानी एवं पूरे पारदर्शी तरीके से उनके धान खरीदी के कार्य को पूरा किया गया। इस दौरान उन्होंने कुल 20 क्विंटल धान की बिक्री की और इस कार्य में उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी नही हुई। किसान जोहार ने राज्य शासन के इस धान खरीदी योजना से मिले राशि को अपने जरूरत के समय के लिए बहुत बड़ा सहारा बताते हुए इसकी भूरी-भूरी सराहना की है। किसान जोहार ने बताया कि खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में धान खरीदी योजना से मिले राशि का उपयोग उन्होंने अपने खेती बाड़ी के अलावा अन्य पारिवारिक कार्यों के लिए किया है