भोपाल: शहर के अयोध्यानगर इलाके के नरेला शंकरी में रहने वाले युवक-युवती ने फांसी लगा ली। दोनों बैतूल जिले के रहने वाले थे और काम की तलाश में करीब तीन महीने पहले भोपाल आए थे। गुरुवार को वे अपने किराये के कमरे में मृत अवस्था में मिले।
नहीं मिला सुसाइड नोट
युवक का शव फांसी के फंदे पर लटका हुआ था, जबकि युवती के गले में फंदा तो था, लेकिन वह नीचे पड़ी हुई थी। पुलिस को उनके पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, इस वजह से फिलहाल खुदकुशी की असल वजह पता नहीं चल पाई है। मर्ग कायमी के बाद पुलिस ने मामले को विवेचना में ले लिया है।
खुद को बताया था भाई-बहन
अयोध्यानगर थाना प्रभारी महेश लिल्हारे ने बताया कि 23 वर्षीय सोनू महालय और पायल बैतूल जिले के रहने वाले थे। दोनों अलग गांव में रहते थे और उनके स्वजनों ने प्रेम-प्रसंग की आशंका जताई है। करीब तीन महीने पहले वे भोपाल काम की तलाश में आए थे। वे नरेला शंकरी में किराये के कमरे में रहते थे। दोनों ने मकान मालिक को भाई-बहन के रूप में अपना परिचय दिया था।
मकान मालिक ने फंदे पर लटका देखा
मकान मालिक ने बताया कि सोनू किसी प्राइवेट कंपनी में काम करता था। वहीं पायल किसी कॉलेज में पढ़ाई करती थी और पार्ट टाइम नौकरी भी करती थी। गुरुवार को सुबह करीब 11 बजे तक जब उनके कमरे का दरवाजा नहीं खुला, तो मकान मालिक को आशंका हुई। मकान मालिक ने कई बार कमरे का दरवाजा खटखटाया लेकिन कोई बाहर नहीं निकला। इसके बाद दोपहर करीब तीन बजे फिर दोबारा दरवाजा खटखटाने पर भी वे बाहर नहीं निकले तो दरवाजे के ऊपर लगी जालियों से झांका, जहां युवक-युवती मृत अवस्था में दिखाई दिए। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।