मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) में बीजेपी (BJP) सरकार के गठन के बाद शरद पवार (Sharad Pawar) ने एक प्रेस कॉन्फ्रेस में कहा है कि यह सुबह ही पता चल गया था कि कोई दूसरा सरकार बनाने जा रहा है. उन्होंने कहा कि इतनी सुबह राज्यपाल शपथ ग्रहण के लिए तैयार हो गए यह अपने आप में अजूबा है. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनके साथ शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) भी मौजूद है.
शरद पवार ने कहा कि हम बीजेपी के सख्त खिलाफ है. उन्होंने फिर दोहराया कि अजित पवार ने खुद बीजेपी को समर्थन देने का फैसला किया. उन्होंने कहा कि बागी विधायकों पर जो कार्रवाई हमें करनी है वह हम करेंगे.
शरद पवार ने कहा कि कुछ विधायकों को सुबह अजित पवार ले गए जबकि इन विधायकों को यह अंदाजा नहीं था कि उन्हें किस लिए ले जा जाया जा रहा है. इस कॉन्फ्रेंस के दौरान कुछ एनसीपी विधायकों ने अपनी बात भी रखी.
बता दें महाराष्ट्र की राजनीति में शनिवार सुबह वह हुआ जिसकी किसी ने कल्पना तक नहीं की थी. शुक्रवार रात तक जहां कांग्रेस-एनसीपी और शिवसेना की सरकार बनने बनती दिख रही थी लेकिन जब सुबह देश के लोग उठे तो उन्होंने देवेंद्र फडणवीस को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजित पवार को डिप्टी सीएम का पद की शपथ लेते हुए देखा.
सरकार बनने के बाद शरद पवार ने ट्वीट कर यह कहा कि अजित पवार का बीजेपी को समर्थन देने का फैसला उनका निजी फैसला है. शरद पवार ने कहा, 'अजित पवार का बीजेपी को सरकार बनाने के लिए समर्थन देने का फैसला उनका निजी फैसला है, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का इससे कोई संबंध नहीं है. हम यह साफ करना चाहते हैं कि हम उनके इस फैसले का न तो समर्थन करते हैं और न ही सहमति देते हैं.'
शिवसेना सांसद संजय राउत ने शनिवार को आरोप लगाया कि राज्य के नए उप-मुख्यमंत्री अजीत पवार ने राज्य के लोगों और छत्रपति शिवाजी की पीठ पर वार किया है. राउत ने कहा, "हमें कुछ ऐसे घटनाक्रमों को लेकर अंदेशा था, क्योंकि हमारी इतनी गंभीर बैठकों के दौरान अजीत पवार ने हमारी आंखों में देख कर कभी बात नहीं की थी.'