बैंकॉक । ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस ने बैंकॉक में लोगों से खचाखच भरे एक स्टेडियम में श्रद्धालुओं की प्रार्थनासभा का नेतृत्व करते हुए कहा कि देह व्यापार एवं मानव तस्करी की शिकार हुई महिलाओं के लिए सम्मान का आह्वान किया। पोप फ्रांसिस ने यह टिप्पणी बौद्ध बहुल थाईलैंड की अपनी पहली यात्रा के दौरान की। ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस धार्मिक सौहार्द एवं शांति के संदेश के साथ थाईलैंड पहुंचे हैं।
पोप फ्रांसिस यहां से जापान जाएंगे जहां वह परमाणु बम हमला झेलने वाले शहरों नागासाकी और हिरोशिमा का दौरा करेंगे। वह परमाणु हथियारों पर रोक की अपील करेंगे। 82 वर्षीय पोप फ्रांसिस ने स्टेडियम में पहुंचकर वहां मौजूद लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। उन्हें देखकर वहां मौजूद लोगों की आंखों से आंसू छलकने लगे। प्रार्थनासभा के लिए अनुमानत: 60 हजार लोग एकत्रित हुए थे।
प्रार्थनासभा में पोप ने मुश्किल विषयों का जिक्र करने से परहेज नहीं किया। उन्होंने इस दौरान बच्चों और देह व्यापार एवं मानव तस्करी की पीड़ित महिलाओं की मदद करने का आह्वान किया। पोप ने थाईलैंड के प्रधानमंत्री प्रयात चान-ओ-चा और नरेश महा वजिरालोंगकोर्न से भी मुलाकात की। पोप शनिवार को जापान रवाना होंगे। वह वहां हिरोशिमा और नागासाकी जाएंगे जो 1945 में द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापान द्वारा परमाणु बम गिराने से तबाह हो गए थे।