दिन-रात के टेस्ट की शुरुआत एक सकारात्मक कदम : द्रविड़

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कोलकाता । टीम इंडिया के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ का मानना है कि दिन-रात्रि के टेस्ट मैचों की शुरुआत एक सकारात्मक कदम है पर इन टेस्ट मैचों को सफल बनाने के लिए खेल की बुनियादी सुविधाओं पर भी ध्यान देने की जरूरत है। द्रविड़ ने कहा, 'कार पार्किंग, बैठने की सुविधा, शौचालय जैसी बुनियादी चीजों पर ध्यान देने की जरूरत है। ये कुछ ऐसी चीजें हैं जो प्रशंसकों को दिन-रात्रि टेस्ट की ओर आकर्षित करेंगी। यह कई चीजों में से एक है, जिससे प्रशंसकों के बीच टेस्ट मैच को लेकर सही मायने में उत्साह बढ़ाया जा सकता है। अगर हम ओस को नियंत्रित करने में सक्षम हैं, तो गुलाबी गेंद टेस्ट भारत में एक विशेषता बन सकता है।' उन्होंने कहा, 'जब गेंद गीली हो जाती है और स्विंग नहीं करती है तो गेंदबाजों के सामने काफी मुश्किल होती है। यह गुलाबी गेंद एक नई बात है जो लोगों को स्टेडियम में आकर्षित करेगी और इसे लेकर कोशिश की जानी चाहिए।" द्रविड़ ने कहा, 'साल 2001 में ईडन गार्डन में 1,00,000 लोग थे, तो हम इस बात को याद नहीं करते हैं कि उस समय, कोई एचडी टीवी नहीं था जो आपको घर पर एक बेहतर एक्सपीरियंस की गारंटी दे सकता था। उस समय मोबाइल पर कोई क्रिकेट नहीं देखता था।