परिवहन एवं राजस्व मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत ने सागर में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के अन्तर्गत आल इंडिया इज्जितमइ निकाह सम्मेलन में वर-वधुओं को आशीर्वाद देते हुए कहा कि बेटियों को रूख्सत करते हुए मुझे अपनी बेटी की विदाई का अहसास हो रहा है। उन्होंने कहा कि बच्चे, बच्चे ही होते है, चाहे वे किसी भी समुदाय अथवा धर्म के हों। कन्यादान से बड़ा महादान और कोई नहीं है। बेटियों के निकाह सम्मेलन में उपस्थित होकर मैं स्वयं को पिता के रूप में गौरवान्वित महसूस कर रहा हूँ।
मंत्री श्री राजपूत ने कहा कि राज्य सरकार के सामूहिक विवाह में शासन की ओर से दिये जाने वाले सहयोग को सामान के रूप में न देते हुए सीधे नगद राशि बेटियों के खातों में जमा करने का निर्णय अनुकरणीय है। इससे बेटियाँ अपनी गृहस्थी की जरूरत एवं पसंद के अनुसार उपयोगी सामग्री स्वयं खरीद सकती हैं।