स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा है कि प्रदेश में शैक्षणिक गुणवत्ता सुधार के लिए शिक्षा को रुचिकर बनाया जा रहा है। इससे बच्चे स्वमेव प्रोत्साहित होंगे। डॉ. चौधरी ने मिसरोद रोड स्थित इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल में बाल-दिवस पर हिमाक्षरा पुरस्कार वितरण समारोह में यह विचार व्यक्त किये।
डॉ. चौधरी ने शिक्षकों और विद्यार्थियों को विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार वितरित करते हुए कहा कि स्कूलों में बच्चों को ऐसा वातावरण दिया जाए जिससे बच्चे स्वयं स्कूल आने और पढ़ने के लिये प्रेरित हों। बच्चों में खुद करके सीखने की विधियों एवं तकनीक को बढ़ावा दिया जाए ताकि बच्चे रुचिकर तरीके से शिक्षित हों। प्रदेश सरकार शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिये कक्षा साथी परियोजना, शिक्षा प्रणाली के अध्ययन के लिये प्राचार्यों का देश-विदेश भ्रमण, पाँचवीं और आठवीं परीक्षाओं को पुन: बोर्ड परीक्षा बनाना जैसे कई नवाचार कर रही है।