नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू (Jawaharlal Nehru) की जयंती के दिन देश में हर साल 14 नवंबर को बाल दिवस (Children's Day) मनाया जाता है. भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को बच्चे बहुत पसंद थे और बच्चे भी उन्हें प्यार से चाचा नेहरु कहकर पुकारते थे इसलिए उनके जन्मदिवस को बाल दिवस के रूप में मनाया जाने लगा. नेहरू हमेशा कहते थे कि बच्चे राष्ट्र के भविष्य हैं, उनका पालन-पोषण हमेशा सावधानीपूर्वक किया जाना चाहिए.
बाल दिवस के इस मौके को सर्च इंजन Google एक खास डूडल के जरिए सेलिब्रेट कर रहा है. इस कलरफुल और मीनिंगफुल डूडल को गुरुग्राम की दिव्यांशी सिंघल ने तैयार किया है. 7 साल की स्टूडेंट की Google डूडल थीम "वॉकिंग ट्रीज़" है, जो कि अगली पीढ़ियों को वनों की कटाई से बचाने का संदेश देती है.
राष्ट्रीय विजेता दिव्यांशी सिंघल को 5 लाख रुपये की कॉलेज स्कॉलरशिप, और 2 लाख रुपये स्कूल के टेक्नोलॉजी पैकेज के लिए मिलेंगे, साथ ही विजेता को अन्य पुरस्कारों के अलावा गूगल के भारतीय कार्यालय की यात्रा करवाई जाएगी.
दरअसल, पिछले 10 वर्षों से गूगल स्कूली बच्चों को Google इंडिया मुखपृष्ठ के लिए अपना डूडल बनाने के लिए आमंत्रित कर रहा है. इस वर्ष का विषय था 'जब मैं बड़ा हो जाऊंगा, मुझे आशा है …'
Children's Day या 'बाल दिवस' समारोह का उद्देश्य लोगों में बच्चों के अधिकारों और शिक्षा के बारे में जागरूकता फैलाना और बढ़ाना है.
इस मौके पर पूरे भारत में स्कूल अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं और बच्चों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करते हैं. छात्रों के मनोरंजन के लिए शिक्षक और प्रबंधन विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेते हैं.
चिड्रेन दिवस पहले संयुक्त राष्ट्र द्वारा यूनिवर्सल चिल्ड्रन-डे के साथ 20 नवंबर को मनाया गया था. लेकिन 1964 में नेहरू की मृत्यु के बाद संसद में एक प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें सर्वसम्मति से उनके जन्मदिन को बाल दिवस या भारत में बाल दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया.
जवाहर लाल नेहरू को आधुनिक भारत का वास्तुकार भी माना जाता है. स्वतंत्रता संग्राम के दौरान देश के प्रतिष्ठित नेताओं में से एक नेहरू ने आजाद भारत की नींव संप्रभु, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष और एक लोकतांत्रिक गणराज्य के रूप में रखी.