महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनावों में उम्मीद से कमतर परिणाम आने का असर झारखंड में भाजपा के चुनावी अभियान पर दिखाई दे रहा है। राज्य विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने रविवार को वर्तमान मुख्यमंत्री रघुवर दास को जमशेदपुर पूर्व से उम्मीदवार घोषित करते हुए 81 में से 52 सीटों के लिए उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी। पार्टी ने अपने 40 में से 30 विधायकों को ही इस सूची में टिकट दिया है। शेष 10 विधायकों के टिकट काट दिए गए हैं। इसे पार्टी की सत्ता विरोधी लहर से बचने की कवायद माना जा रहा है।
यहां आयोजित कोर कमेटी की बैठक के बाद पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सूची घोषित की। इस पहली सूची में 13 युवाओं और पांच महिलाओं को मौका दिया गया है। जातिगत संतुलन साधने के लिए एससी के 6, एसटी के 17 और ओबीसी के 21 उम्मीदवार मैदान में उतारे गए हैं। राज्य में 30 नवंबर से 20 दिसंबर तक पांच चरण में चुनाव होना है। इसके बाद 23 दिसंबर को मतगणना के साथ सरकार गठन का फैसला होगा।
बता दें कि रघुवर दास के नेतृत्व में भाजपा ने राज्य के 19 साल के इतिहास में पहली बार किसी सरकार के अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करने का रिकॉर्ड बनाया है। भाजपा इसे एक उपलब्धि के तौर पर पेश कर रही है और इसी कारण रघुवर दास को ही फिर से पार्टी ने सीएम पद का चेहरा बनाया है।
आजसू और लोजपा से बात जारी
भाजपा की राज्य में सीट बंटवारे पर अपने दो सहयोगी दलों ऑल झारखंड स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आजसू) व रामविलास पासवान की लोजपा से अभी वार्ता चल रही है। 2014 में भाजपा ने 81 में से 37 सीट जीती थी, जबकि आजसू को पांच सीट पर जीत मिली थी। बाद में तीन अन्य विधायक भाजपा में शामिल हो गए थे। इस बार आजसू 14 और लोजपा छह सीट पर उम्मीदवार उतारने का मौका मांग रही हैं, लेकिन भाजपा आजसू को सात तो लोजपा को दो ही सीटें देना चाहती है। इस कारण अभी तक बंटवारे पर दो दौर की बातचीत के बाद भी निर्णय नहीं हो सका है। तीसरे दौर की बातचीत रविवार को देर रात होने की संभावना थी। इस बातचीत के बाद ही भाजपा अपने शेष उम्मीदवारों की सूची जारी करेगी।