मुंबई: महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी की ओर से सरकार बनाने से मना करने के बाद शिवसेना इसकी पहल कर सकती है. सूत्रों का कहना है कि शिवसेना सोमवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती है. माना जा रहा है कि शिवसेना की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के साथ डील हो गई है. एनसीपी और शिवसेना मिलकर सरकार बनाएगी, वहीं बीजेपी को सत्ता में आने से रोकने के लिए कांग्रेस शिवसेना-एनसीपी के गठबंधन की सरकार को बैक से सपोर्ट कर सकती है.
राज्यपाल के न्योते पर बीजेपी की 'ना'
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने शुक्रवार को बीजेपी को सरकार बनाने का न्योता दिया था. बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी है, लेकिन बहुमत नहीं होने के चलते उन्होंने राज्यपाल के न्योते को ठुकरा दिया है. अब राज्य में नंबर दो पार्टी शिवसेना के पास सरकार बनाने के लिए दावेदारी का मौका है.
कार्यवाहक मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) की अगुआई में बीजेपी कोर कमेटी की हुई बैठक में नई सरकार बनाने के गवर्नर के ऩ्योते पर बीजेपी ने सरकार बनाने का दावा नहीं करने का फैसला लिया। राज्यपाल ने बीजेपी को सरकार बनाने की तैयारी को लेकर राजभवन को सोमवार शाम तक जानकारी देने का वक्त दिया था। बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी है, लिहाज़ा राज्यपाल ने सबसे पहले बीजेपी को न्योता भेजा था।
288 सीटों वाली महाराष्ट्र विधानसभा में बीजेपी (BJP) के पास 105 और करीब दर्जनभर निर्दलीय विधायकों का संख्याबल का समर्थन है. हालांकि ये बहुमत के 145 के आंकडे से दूर है. मालूम हो कि शुक्रवार को देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने राज्यपाल को इस्तीफा सौंपा था, जिसके बाद उन्होंने कहा था कि वह जोड़तोड़ की राजनीति करके सरकार नहीं बनाएंगे.
सूत्रों का कहना है कि अगर बीजेपी (BJP) सरकार बनाने से मना करती है तो राज्यपाल नंबर दो पार्टी शिवसेना को यह मौका दे सकती है. देखना दिलचस्प होगा कि गवर्नर के सरकार बनाने के न्योते पर शिवसेना क्या कदम उठाती है. शिवसेना के पास फिलहाल महज 56 विधायक और आधा दर्जन के करीब निर्दलीयों का समर्थन हासिल है. हालांकि शिवसेना का विधानसभा में ये संख्याबल बहुमत से कोसो दूर है.