दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में रविवार सुबह हल्की बारिश हुई। लोगों को बारिश से उम्मीद थी कि अब वायु प्रदूषण से राहत मिलेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 1200 के स्तर को भी पार कर गया है। गाजियाबाद में एक्यूआई 1241 पर पहुंच गया है, जबकि दिल्ली के अलीपुर में एयर क्वालिटी इंडेक्स 900, नरेल में 986, आनंद विहार में 979 पहुंच गया है। जिससे प्रदूषण मापक मशीनें फेल हो गईं। जानकारों के मुताबिक शहर में एक्यूआई मापने के लिए लगाई गई मशीनें अधिकतम 500 का स्तर तक माप सकती हैं। इससे ज्यादा होने पर इसका अनुमान लगाना मुश्किल हो जाता है।
दरअसल, शनिवार की शाम से हल्की हवा चल रही है। ऐसे में जिन राज्यों में पराली जलाई जा रही है, उसका धुआं दिल्ली-एनसीआर में पहुंच गया है। माना जा रहा है कि अगर हवा 15 किलोमीटर की रफ्तार से भी चलती रही तो अगले दो से तीन दिन में दिल्ली-एनसीआर की आबोहवा में सुधार आ जाएगा। अचानक दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़ने की वजह तेज हवा चलना माना जा रहा है।
वहीं, गौतम बौद्ध नगर में सभी स्कूल पांच नवंबर तक बंद करने के निर्देश जारी किए गए हैं। हवा की गुणवत्ता बिगड़ने के कारण यह फैसला लिया गया है। वहीं शनिवार को दिवाली के पांचवें दिन भी दिल्ली-एनसीआर में स्मॉग की घनी चादर छाई रही। एनसीआर के सभी शहरों की हवा गुणवत्ता बेहद खराब से गंभीर स्तर के बीच रहने से लोगों को दमघोंटू हवा में सांस लेने को मजबूर होना पड़ रहा है।
हालांकि शनिवार दोपहर बाद हवा की गति में तेजी आई पर विशेषज्ञों ने प्रदूषण के स्तर में गिरावट आने की उम्मीद जताई है लेकिन समूचे एनसीआर वालों की सांसों पर अभी भी अगले हफ्ते तक संकट बरकरार रहेगा।
सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार की तुलना में हवा की तेज गति से दिल्ली के प्रदूषण स्तर में थोड़ा सुधार हुआ और दिल्ली पर पश्चिमी विक्षोभ का भी असर दिखा। इससे दोपहर बाद हवा की गति तेज हुई।
शुक्रवार के 6 किमी प्रति घंटे की तुलना में शनिवार को यह 15 किमी प्रति घंटे हो गई है। साथ ही शाम को हल्की बूंदाबांदी भी हुई। इससे शनिवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक गंभीर स्तर से सुधरकर बेहद खराब स्तर पर पहुंच गया। दिल्ली में यह 399 दर्ज किया गया। यही स्थिति गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, फरीदाबाद व गुरुग्राम में भी देखी गई।