संस्कृति मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ ने अखिल भारतीय कालिदास समारोह के कार्यक्रमों में आमजन की अधिकाधिक भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं। आज स्वराज भवन में हुई कालिदास समारोह की केन्द्रीय समिति की बैठक में डॉ. साधौ ने कहा कि समारोह के दौरान कवि सम्मेलन, व्याख्यान और विभिन्न प्रतियोगिताओं के सुरुचिपूर्ण होने का लाभ आमजन को मिलना चाहिये। बैठक में बताया गया कि समारोह के स्वरूप का निर्धारण कर लिया गया है। परम्परानुसार संस्कृत के सुप्रसिद्ध विद्वान प्रो. राधावल्लभ त्रिपाठी और श्री बसंत भट्ट समारोह में पहले दिन
के कार्यक्रमों में सारस्वत अतिथि होंगे। बैठक में लोक निर्माण मंत्री श्री सज्जन सिंह वर्मा भी
उपस्थित थे।
इस वर्ष अखिल भारतीय कालिदास समारोह उज्जैन में 8 से 14 नवम्बर तक आयोजित किया जाएगा। संस्कृति विभाग द्वारा इस सात दिवसीय समारोह में विक्रमविश्वविद्यालय और कालिदास संस्कृत अकादमी उज्जैन द्वारा संयुक्त रूप से राष्ट्रीय संगोष्ठी, शोध संगोष्ठी, संस्कृत कवि सम्मेलन, व्याख्यान और विद्यार्थियों के लिये संस्कृत तथा हिन्दी में वाद-विवाद तथा काव्यपाठ प्रतियोगिताएँ होंगी। प्रथम दिवस महाकवि कालीदास के साहित्य पर आधारित संस्कृत नाटक का मंचन किया जायेगा।
बैठक में प्रमुख सचिव संस्कृति श्री पंकज राग, सचिव कालिदास समिति डॉ. शीतांशु रथ, विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. बालकृष्ण शर्मा, महर्षि पाणनी संस्कृत विश्वविद्यालय उज्जैन के कुलपति डॉ. तुलसीदास परौहा, प्रो. कृष्णकांत चतुर्वेदी जबलपुर और डॉ. योगेश शर्मा उज्जैन और विधायक श्री मोहन यादव, कमिश्नर उज्जैन श्री अजीत कुमार, कलेक्टर उज्जैन श्री शशांक मिश्रा,भी उपस्थित थे। बैठक में समिति के सदस्यों द्वारा विभिन्न सुझाव भी दिये गये।