50-50 फॉर्मूले पर भिड़ी BJP-शिवसेना, राउत ने कहा- वादा था, फडणवीस का इनकार

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देवेंद्र फडणवीस का ये बयान तब आया है जब शिवसेना की ओर से लगातार मुख्यमंत्री पद को लेकर 50-50 फॉर्मूला अपनाने का दबाव बनाया जा रहा है. आज भी शिवसेना ने कहा था कि हमारे पास महाराष्ट्र में कई विकल्प हैं.
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद को लेकर शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी में चल रही खींचतान के बीच देवेंद्र फडणवीस ने बड़ा बयान दिया है. मंगलवार को उन्होंने कहा कि शिवसेना की मांगों पर मेरिट के आधार पर विचार हो रहा है, हमारे पास कोई प्लान B या C नहीं है, ये बात पक्की है कि मैं ही मुख्यमंत्री बनूंगा. देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हमारे पास दस निर्दलीय विधायकों का समर्थन है, जल्द ही ये संख्या 15 तक पहुंचेगी.

आपको बता दें कि देवेंद्र फडणवीस का ये बयान तब आया है जब शिवसेना की ओर से लगातार मुख्यमंत्री पद को लेकर 50-50 फॉर्मूला अपनाने का दबाव बनाया जा रहा है. आज भी शिवसेना ने कहा था कि हमारे पास महाराष्ट्र में कई विकल्प हैं. शिवसेना ने फडणवीस के बयान पर भी जवाब दिया है. पार्टी के नेता संजय राउत ने फडणवीस के बयान को गलत बताया है. साथ ही कहा कि मीडिया के सामने सारी बात हुई थी और हम अपना हक मांगेंगे.

सामना की लिखावट से BJP नाराज़?

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कहा कि मीडिया में जो भी आ रहा है उससे इतर ये साफ है कि भाजपा की अगुवाई में ही सरकार का गठन होने जा रहा है. शिवसेना के अखबार 'सामना' के बारे में देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि सामना में जो भी लिखा जाता है, वह ठीक नहीं है. वह बात बिगाड़ने का ही काम कर रहा है.

देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि बुधवार को विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें नेता का चुनाव किया जाएगा. उन्होंने कहा कि शिवसेना पांच साल के लिए मुख्यमंत्री पद चाहती है, लेकिन मांगना और प्रैक्टिकल होना दो अलग बातें हैं. मुख्यमंत्री पद को लेकर कभी कोई 50-50 फॉर्मूला तय नहीं हुआ.

उन्होंने कहा कि शिवसेना की अगर कोई डिमांड है, तो उन्हें हमारे पास आना चाहिए. हम उन मांगों पर मेरिट के आधार पर बात करेंगे.

मुख्यमंत्री के पद पर लगातार आक्रामक है शिवसेना

गौरतलब है कि शिवसेना की ओर से लगातार मुख्यमंत्री पद पर बयान दिया जा रहा है. मंगलवार को भी शिवसेना के संजय राउत ने कहा था कि महाराष्ट्र में कोई दुष्यंत नहीं है, जिसके पिता को जेल से बाहर निकाला जाएगा. महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए हमारे पास भी विकल्प हैं.

हालांकि, संजय राउत ने ये भी कहा कि हम उन विकल्पों पर विचार करने का पाप नहीं करना चाहते हैं. शिवसेना की ओर से कहा गया कि हम सत्ता के भूखे नहीं हैं. हम उन पार्टियों के साथ नहीं जा सकते हैं जिन्होंने हमारे खिलाफ चुनाव लड़ा.

बता दें कि महाराष्ट्र में आए नतीजों में शिवसेना और भाजपा के बहुमत को गठबंधन मिला है, दोनों पार्टियों को 161 सीटें मिली हैं. इनमें भाजपा को 105, शिवसेना को 56 सीटें मिली हैं. अब शिवसेना इस बात पर अड़ गई है कि वादे के मुताबिक भाजपा को सरकार में 50-50 का फॉर्मूला अपनाना चाहिए.