रायपुर। आदर्श गौठानों में स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाने और विक्रय करने का काम शुरू हो चुका है। बिलासपुर जिले के मरवाही विकासखंड के ग्राम गुल्लीडांड़ की महिला समूहों द्वारा निर्मित खाद को अब मार्केट भी मिलने लगा हैै। जिससे महिलाएं उत्साहित हैं। गौठान से लगी हुए बाड़ी में इन महिलाओं द्वारा जैविक सब्जी का उत्पादन भी किया जा रहा है।
महिलाओं द्वारा संचालित आर्थिक गतिविधियों को प्रोत्साहन देने के लिये जिला प्रशासन द्वारा विशेष पहल की गई है। गौठान में महामाया महिला स्व-सहायता समूह द्वारा बनाये जा रहे वर्मी कम्पोस्ट खाद के हाथों-हाथ विक्रय की व्यवस्था बनायी जा रही है। शुरूआत में इन महिलाओं ने 21 क्विंटल वर्मी खाद का उत्पादन किया, जो तत्काल बिक गये। गौठान से लगे हुए लगभग एक एकड़ बाड़ी में ममता महिला स्व-सहायता समूह द्वारा सब्जी का उत्पादन किया जा रहा है। बाड़ी में गौठान से प्राप्त वर्मी खाद का उपयोग कर मेथी, पालक, लालभाजी, धनिया उगाई जा रही है। जिससे जैविक भाजी का स्वाद लोगों को मिलेगा। इन महिलाओं की मांग पर आलू, जिमीकंद, गाजर, मूली, शलजम के बीज एवं पौधे भी उद्यानिकी विभाग द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा। समूह की गतिविधियां बढ़ाने के लिये उन्हें प्रशिक्षित करने के साथ ही विधिवत पंजीयन कराकर बैंक खाता खुलवाया जाएगा।