नई दिल्ली: इस समय पुणे में भारत और दक्षिण अफ्रीका (India vs South Africa) के बीच चल रही तीन टेस्ट मैचों की सीरीज का दूसरा टेस्ट चल रहा है. टीम इंडिया ने दक्षिण अफ्रीका को फॉलोऑन खिलाने के स्थिति में ला दिया है. दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी 275 रन पर आउट हो गई है और वह टीम इंडिया से अब भी 326 रन पीछे है. इस बार टीम इंडिया से उम्मीद की जा रही है कि वह पारी की जीत हासिल करने में कामयाब हो सकती है.
केवल पांच मैचों में हुआ है ऐसा
अब तक दोनों ही टीमों के बीच हुए 38 टेस्ट मैचों में से केवल पांच टेस्ट मैचों में से ऐसा कोई मौका आया है कि कोई टीम पारी से जीती हो. इनमें से टीम इंडिया को केवल एक ही बार पारी की जीत नसीब हुई है. बाकि चार बार टीम इंडिया को ही पारी की हार मिली है. वहीं विकेटों के लिहाज से टीम इंडिया की सबसे बड़ी जीत 8 विकेट से 2004 में कोलकाता में हुई थी.
इन मैचों में पारी के अंतर का रहा था नतीजा
दोनों टीमों के बीच पहली बार एक पारी के अंतर की हार जीत का फैसला मार्च 2000 में बेंगलुरू टेस्ट में हुआ था जिसमें टीम इंडिया को एक पारी और 71 रन से हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद साल 2008 में टीम इंडिया को एक बार फिर पारी की हार का सामना पड़ा था. अहमदाबाद में हुए इस मुकाबले को दक्षिण अफ्रीका ने एक पारी और 90 रन से जीता था. इसके दो साल बाद यानि 2010 में नागपुर में टीम इंडिया को एक पारी और 6 रन से हार मिली थी.
कोलकता में मिली थी भारत को पारी की जीत
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पारी की जीत का सूखा इसी के अगले टेस्ट में टीम इंडिया ने कोलकाता में खत्म किया था जहां उसे एक पारी और 57 रन की जीत मिली थी. इसके बाद दिसंबर 2010 में सेंचुरियन टेस्ट में टीम इंडिया को एक पारी और 25 रन से हार का सामना करना पड़ा था. इस तरह से दोनों टीमों के बीच पारी की जीत के मैचों को स्कोर 4-1 है.
जीतना तो तय है इंडिया का
पुणे में टीम इंडिया के पास जीत का पूरा मौका है बस चुनौती पारी से जीतने की है. उम्मीद की जा सकती है कि अगर विराट कोहली मेहमान टीम को फॉलोऑन खिलाते हैं तो इस बार दक्षिण अफ्रीकी टीम को पारी की हार बचाना बहुत मुश्किल होगा क्योंकि इस बार स्पिनर्स को पिच से ज्यादा मदद मिलेगी. मजेदार बात यह है कि पहली पारी में दक्षिण अफ्रीका के पहले पांच विकेट भारतीय पेसर्स ने लिए थे. इनमें से उमेश ने तीन और शमी ने दो विकेट लिए थे.
तो भी स्पिनर्स का रहेगा जलवा
पिच में स्पिनर्स के लिए खेलना कठिन होता जा रहा है. हालांकि दक्षिण अफ्रीकी टीम के लिए टेल एंडर्स ने लंबी पारियां खेलने में सफलता पाई लेकिन यह उनके लिए आसान भी नहीं था और अब तो और मुश्किल होगा. विशाखापत्त्नम में भी यही हुआ था. पहली पारी के सफल टेल एंडर्स दूसरी पारी में नहीं चल सके थे. ऐसे में यह उम्मीद करना गलत न होगा कि टीम इंडिया को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरी पारी के अंतर की जीत मिल जाए.