इंदौर.कहीं बारिश (rains) दशहरे (Dussehra )का मज़ा ना ख़राब कर दे. डर इतना है कि इंदौर (indore)में तो दशानन (rawan)को वॉटर प्रूफ कपड़े पहनाए गए हैं. सिर पर छतरी है और कपड़ों पर ऐसे कैमिकल लगाए गए हैं ताकि बारिश में भी पुतला जल्द आग पकड़ ले. अगर आज दशहरे पर पानी बरसा भी तो दशानन भीगेंगे नहीं,आसानी से उनका दहन हो पाएगा.
रावण को बचाने का उपाय
मध्य प्रदेश में इस साल हुई रिकॉर्ड तोड़ बारिश का साया दशहरे पर भी पड़ रहा है. क्वार में जब धूप खिलने का मौसम है, आसमान में रोज घने बादल छा कर बरस रहे हैं. इसलिए रावण दहन पर संकट खड़ा हो गया है. अगर रोज़ की तरह दशहरे पर भी पानी बरस गया तो रावण दहन कैसे होगा. यही चिंता दशहरा आयोजकों को सता रही है. फिक्र में डूबे आयोजकों ने रावण को बचाने का उपाय ढूंढ़ लिया और इस बार दशानन को भी रेनकोट पहना दिया.
महीने भर में बना रेनकोट
रावण बनाने वाले कलाकार प्रवीण हड़गांवकर ने बताया कि इंदौर के प्रसिद्ध दशहरा मैदान पर पिछले 55 साल से रावण का दहन किया जा रहा है. इस साल 111 फ़ीट का रावण बनाया गया है. रावण को बारिश से बचाने के लिए पहली बार आम लोगों की तरह उसे भी रेन कोट पहनाना पड़ा है. दशहरा मैदान के रावण को बारिश से बचाने के लिए एक महीने में ये रेनकोट तैयार किया गया है जिसे देखने दूरदराज से लोग दशहरा मैदान पहुंच रहे हैं.
रावण का सिर रिप्लेस होगा
दशहरा उत्सव समिति के संयोजक सत्यनारायण सलवाड़िया ने बताया कि लगातार बारिश को देखते हुए उन्होने वैकल्पिक व्यवस्था भी की है.रावण के पुतले के सिर और दूसरे हिस्से बारिश के कारण टूट-फूट सकते हैं, इसलिए उन्हें बदलने की व्यवस्था भी की गई है. जबकि लंका को दशहरे वाले दिन यानि आज ही बनाया जा रहा है.इंदौर के दशहरा मैदान पर खासतौर पर लंका भी बनाई जाती है जिसे जलाया जाता है.
रविवार को हुई थी बारिश
इंदौर शहर में आज विजयादशमी पर 45 से अधिक स्थानों पर रावण दहन होना है. दशहरा उत्सव समितियां इसकी तैयारी में जुटी हैं.लेकिन लगातार बारिश ने परेशानियां खड़ी कर दी हैं. रविवार को जैसे ही दशहरा मैदान पर रावण के पुतले के हिस्सों को जोड़कर खड़ा करना शुरू किया वैसे ही तेज बारिश होने लगी. हालांकि काफी मशक्कत के बाद पुतले को खड़ा किया गया लेकिन परेशानी बरकरार रही. फिर पुतले को प्लास्टिक से ढांका गया.
वॉटर प्रूफ ड्रेस
दशहरा मैदान के अलावा चिमनबाग में 110 फीट और रामबाग पर 101 फीट ऊंचा रावण का पुतला बनाया गया है. चिमनबाग दशहरा उत्सव समिति के सदस्यों का कहना है कि मैदान में पानी भरा हुआ है इसलिए मोटरपंप से पानी निकाला जा रहा है. रावण,मेघनाथ और कुंभकरण के पुतलों को लोहे के स्ट्रक्चर पर खड़ा किया गया है. पुतलों को वॉटर प्रूफ ड्रेस पहनाई गई है. रावण के सिर पर छतरी भी लगी रहेगी.
भारी बारिश की चेतावनी
मध्यप्रदेश में इस बार बारिश ने जमकर कहर बरपाया है.झमाझम बारिश का दौर अक्टूबर में भी जारी है. मौसम विभाग ने 12 अक्टूबर तक बारिश की चेतावनी जारी की है. इसी चेतावनी के कारण इस बार दशानन को रेनकोट पहना दिया गया है.साथ ही रावण निर्माण में ऐसे केमिकल का उपयोग किया गया है ताकि गीला होने पर भी रावण जल्द ही आग पकड़ ले.