इन्दौर । इन्दौर में आज पुस्तक पाठकों के लिये एक नई सौगात दी गई है। कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव की पहल पर जिला प्रशासन और स्मार्ट सिटी परियोजना द्वारा नेहरू पार्क में ओपन लायब्रेरी स्थापित की गई है। इस ओपन लायब्रेरी का शुभारंभ आज यहाँ संभागायुक्त आकाश त्रिपाठी, कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव ने स्वयं पुस्तकें जमा कर किया। इस अवसर पर समाज के विभिन्न वर्गों में दानदाताओं ने भी पुस्तकें ज्ञान पात्र में दान की।
पुस्तकें दान करने वालों में भारतीय प्रशासनिक सेवा की अधिकारी सुश्री अदिती गर्ग, वरिष्ठ पत्रकार प्रवीण खारीवाल, भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी चतुर्भुज सिंह, पूर्व प्रशासनिक अधिकारी रामेश्वर गुप्ता, वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. विजयसेन यशलहा सहित अन्य दानदाता शामिल हैं। इस अवसर पर संभागायुक्त आकाश त्रिपाठी ने कहा कि यह लायब्रेरी नये कान्सेप्ट पर शुरू की जा रही है। यह लायब्रेरी ज्ञान का भण्डार बढ़ाने में निश्चित रूप से सफल होगी। ज्ञान का भण्डार यहां ओपन रहेगा। हर पाठक को उनकी पसंद की पुस्तकें मिलें, यह जनता को तय कर अधिक से अधिक संख्या में पुस्तकें यहां रखें, ज्ञान पात्र में दान करना होगी। उन्होंने कहा कि इन्दौर की गौरवशाली परम्परा रही है कि जनभागीदारी से संचालित योजनाओं को निश्चित ही सफलता मिलती है। इन्दौर की जागरूक नागरिकों के सहयोग से जनता इस लायब्रेरी का सार्थक उपयोग करेगी।
इस अवसर पर कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव ने कहा कि यह पुस्तकालय जनता के लिये जनता के द्वारा संचालित की जायेगी। जनभागीदारी से इस पुस्तकालय को पाठकों के लिये उपयोगी बनाने का प्रयास किया जायेगा। हमारा प्रयास रहेगा कि जनता के सहयोग से पाठकों को उनके पसंद की हर विषय की पुस्तकें मिलें। उन्होंने जनता से अपील की कि वे इस ओपन लायब्रेरी के लिये अधिक से अधिक पुस्तकें दान करें। उन्होंने बताया कि दान की गई पुस्तकों की सुरक्षा के भी बेहतर इंतजाम रहेंगे। किताबों को श्रेणीकृत करके रखा जायेगा। इसके लिये शुरूआत में रजिस्टर रखा जा रहा है। साथ ही इसके बाद ई-लायब्रेरी के रूप में भी इसे स्थापित करने के प्रयास होंगे। लायब्रेरी के संचालन के लिये संदीप पाटोदी को नोडल अधिकारी बनाया गया है। उन्होंने बताया कि नेहरू पार्क के बाद अब मेघदूत गार्डन में भी इस तरह की लायब्रेरी स्थापित की जायेगी।
:: पाठकों और विद्यार्थियों में खुशी की लहर ::
नेहरू पार्क में उद्घाटन के पश्चात बड़ी संख्या में विद्यार्थी भी दिखायी दिये। वह सभी खुश थे। उनमें से मेडिकल प्रवेश परीक्षा (नेट) की तैयारी करने वाले वेदान्त राय ने बताया कि यह ओपन लायब्रेरी निश्चित ही हमारे लिये उपयोगी होगी। हम यहां हर शनिवार और रविवार दो दिन अध्ययन करने आते हैं। दानदाता अगर हमारे विषयों की पुस्तकें भेंट करेंगे तो हमें प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिये निश्चित ही मदद मिलेगी। ऐसे ही विचार यहां रोजाना पढ़ने आने वाले मालवा मिल निवासी चंदन बिसे, हिमांशु दीवान तथा पलासिया के रहने वाले विकास ठाकुर के भी थे। उन्होंने बताया कि हम सब यहां प्रतिदिन पढ़ने आते हैं। किताबें मिलेंगी तो हमारे ज्ञान का भण्डार बढ़ेगा।
उल्लेखनीय है कि कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव की पहल पर आम जरूरतमंद पाठकों को सहज रूप से बगैर किसी नियम-कायदे के आसानी से पुस्तकें प्राप्त हो, इसके लिये “नो हिसाब-सिर्फ किताब” अवधारणा पर ओपन लाइब्रेरी स्थापना की योजना शुरू की गई है। कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव ने नागरिकों और संस्थाओं से अपील की है कि वे इस योजना से जुड़े तथा जरूरतमंदों की मदद करें। ऐसे नागरिक और संस्थाओं से भी उन्होने अपील की है, जिनके यहां जरूरत के बाद पुस्तकें रखी हुई है। उनसे कहा गया है कि अपने यहां रखी पुस्तकें ओपन लाइब्रेरी के लिये दान करें। विद्यादान सबसे बड़ा दान होता है।