हमीदिया अस्पताल में वार्ड ब्वॉय और टेक्नीशियन चार महीने से वेतन नहीं मिलने के चलते लगभग 500 कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं। इसके चलते सुबह से ही यहां आने वाले मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जहां एक तरफ मरीज के परिजनों को खुद व्हील चेयर, स्ट्रैचर धकाने पड़ रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ टेक्नीशियन की हड़ताल के चलते लोगों को पर्चा बनवाने में भी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। उनका कहना था कि, हमारी चार महीने से सैलरी नहीं आई है, हमारा घर चलाने के लिए के लिए भी पैसे नहीं हैं। हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक डॉ. सुनीत टंडन ने बताया कि शासन स्तर पर बात हुई है, सभी की समस्या का समाधान किया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार इन सभी कर्मचारियों को एजाइल सिक्योरिटी सर्विस कंपनी द्वारा वेतन दिया जाता है। यह सभी हमीदिया में एजाइल कंपनी के आउट सोर्स कर्मचारी हैं। इससे पहले इन कर्मचारियों ने तीन से चार बार कंपनी को पत्र लिखकर शिकायत की थी। पत्र के जवाब में कंपनी द्वारा सिर्फ आश्वासन दिया गया। इसके चलते कर्मचारियों ने हडताल कर दी। अब अस्पताल प्रबंधन ने इस मामले में कंपनी के अलावा शासन स्तर पर भी बातचीत की है, ताकि जल्द से जल्द ये मामला खत्म हो।
इसलिए नहीं मिल पा रही थी सैलरी
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एजाइल कंपनी को पिछले 6 महीने से जीएमसी द्वारा कोई पेमेंट नहीं किया गया है। इसके चलते कंपनी ने कर्मचारियों की सैलरी रोकी थी। एजाइल को जीएमसी के द्वारा करीब 12 करोड़ से अधिक की रकम अभी दी जानी थी। बताया जा रहा है कि फिलहाल शासन स्तर पर अभी 3 करोड़ रुपए की राशि कंपनी को दी जा रही है। जिसके बाद हडताली कर्मचारियों को बुधवार को 2 महीने की सैलरी और दिवाली से पहले बोनस दे दिया जाएगा।
कर्मचारियों की मांग- जिस विभाग में काम, वहीं से मिले वेतन
वार्ड ब्वॉय रज्जू लाल ने कहा, हमारी मांग है कि जिस विभाग में हम काम कर रहे हैं, उसी विभाग से पेमेंट दिया जाए। वार्ड ब्वॉय, हाउस कीपिंग, लैब टेक्नीशियन, ऑपरेटर किसी की भी पेमेंट नहीं आई है। हम लोग पेमेंट के लिए कई बार लगातार आवेदन दे चुके हैं। लेकिन कोई जवाब नहीं दिया गया है। अगर हमारी बात नहीं सुनी गई, तो हम यहां से जिला कलेक्टर के पास जाएंगे। इसके अलावा हम मुख्यमंत्री के सामने भी अपनी परेशानी बताएंगे।
पर्चा नहीं बनने से हो रही परेशानी
आष्टा से आए मरीज के परिजन बताया कि वे सुबह से अपनी पत्नी को लेकर आए हैं। पत्नी को दर्द की शिकायत है, मगर पर्चा नहीं बनने की वजह से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।