मप्र के खिलाड़ियों को मिलेंगे बेहतर अवसर:भोपाल में खेल विवि लाने का प्लान

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खेल एवं युवा कल्याण विभाग ने सरकार से सतगढ़ी वाली 172 एकड़ जमीन फिर से मांगी है। अब यहां विभाग का स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी लाने का प्लान है। 2008 में इसी जमीन पर विभाग ने खेलगांव बनाने का प्लान बनाया था। भूमिपूजन और टेंडर भी हो गए थे। लेकिन शर्तें ऐसी थी कि मामला पहली ईंट रखने से पहले ही खटाई में पड़ गया और प्रोजेक्ट बंद करना पड़ा।

खेल विभाग को आवंटित जमीन भी वापस राजस्व विभाग को लौट गई। प्रोजेक्ट भले बंद हो गया लेकिन आसपास की जमीनों के भाव आसमान पर पहुंच गए थे। अब फिर नए सिरे से जमीन आवंटन के लिए विभाग ने राजस्व विभाग को पत्र भेजा है।

बताया जा रहा है कि क्षेत्रीय विधायक रामेश्वर शर्मा ने सतगढ़ी क्षेत्र में स्पोर्टस प्रोजेक्ट लाने के लिए खेल विभाग पर दवाब बनाया है। जमीन आवंटित हो जाती है तो देश की छठवीं स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी भोपाल में आकार ले लेगी। यह पूरा प्रोजेक्ट पीपीपी मोड पर बनेगा।

2008 में यहां खेलगांव का भूमिपूजन हो चुका था… पर अटक गया था मामला

  • ये पांच स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी
  • लक्ष्मी बाई नेशनल कॉलेज ऑफ फिजिकल एजुकेशन तिरुअनंतपुरम।
  • नेशनल स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी मणिपुर
  • इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिकल एजुकेशन एंड स्पोर्ट्स साइंस, दिल्ली
  • स्वर्ण भारत स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी गुजरात
  • पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़।

(इन सभी में बेचलर ऑफ फिजिकल एजुकेशन बीपीएड और मास्टर ऑफ फिजिकल एजुकेशन एमपीएड डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स हैं।)

इसलिए उलझा था खेलगांव का प्रोजेक्ट

पीपीपी मोड पर आधी जमीन पर खेल गांव बनना था व आधी जमीन पर संबंधित एजेंसी को कमर्शियल प्रोजेक्ट तैयार करने की छूट थी। शर्त थी कि 30% प्रतिशत काम पूरा होने पर 30% प्रतिशत जमीन एजेंसी को ट्रांसफर हो जाएगी। लेकिन विभाग और एजेंसी के बीच ऐसा ‘तालमेल’ जमा कि उसे पहले ही दिन 30 प्रतिशत जमीन ट्रांसफर होने की खबर फैल गई। इस पर टेंडर में पिछड़ी अन्य एजंेसियों ने आपत्ति ली। इसे सुलझाने के लिए कमेटी बनी पर समाधान नहीं हुआ तो मामला कोर्ट में चला गया। मामला नहीं सुलझा तो राजस्व विभाग ने जमीन वापस ले ली।

स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी बनने से ये सुविधाएं होंगी {बैचलर ऑफ फिजिकल एजुकेशन {मास्टर ऑफ फिजिकल एजुकेशन {स्पोर्ट्स मेडिसिन, स्पोर्ट्स मैनेजमेंट कोर्स {विशेषज्ञ प्रशिक्षकों की फौज {अत्याधुनिक खेल सुविधाएं {खिलाड़ियों के लिए प्लेटफॉर्म।

स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी लाने की योजना है, जमीन मांगी है ^विभाग का लंबे समय से भोपाल में स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी लाने का प्लान है। उसी प्लान के तहत सतगढ़ी वाली जमीन मांगी गई है। यहां पर पीपीपी मोड पर यूनिवर्सिटी बनाई जाएगी। क्षेत्र में एक स्पोर्ट्स यूनिवर्सटी की जरूरत महसूस की जा रही है। -बालू सिंह यादव, ज्वाइंट डायरेक्टर खेल एवं युवा कल्याण मप्र शासन

जमीन आवंटन समिति कर रही है परीक्षण ^हां खेल विभाग ने सतगढ़ी में जमीन फिर से मांगी है। उनका जमीन संबंधी एक पत्र मिला है। जमीन आवंटन समिति इसका परीक्षण कर रही है। समिति की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी। -कौशलेंद्र विक्रम सिंह, कलेक्टर भोपाल