उज्जैन में पूर्व कांग्रेस पार्षद की गोली मारकर हत्या:पत्नी-छोटा बेटा हिरासत में, बड़ा बेटा फरार

0
4

उज्जैन में कांग्रेस नेता और पूर्व पार्षद हाजी कलीम खान उर्फ गुड्डू (60) की शुक्रवार सुबह 5 बजे गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्यारों ने नीलगंगा थाना क्षेत्र की वजीर पार्क कॉलोनी स्थित घर में घुसकर गुड्‌डू को चार से ज्यादा गोलियां मारीं।परिजन ने गुड्‌डू की हत्या का आरोप उनकी पत्नी और दो बेटों पर लगाया है। हत्याकांड को अंजाम देने के पीछे प्रॉपर्टी विवाद को वजह बताया है।

नीलगंगा पुलिस के अनुसार, गुड्‌डू के मामा नसरुद्दीन ने पुलिस को वारदात की सूचना दी। टीम जब मौके पर पहुंची तो परिवार के लोगों ने गुड्‌डू की पत्नी नीलोफर उर्फ भूरी, बड़े बेटे दानिश और छोटे बेटे आसिफ उर्फ मिंटू को पुलिस को सौंपा। उन्होंने बताया कि गुड्‌डू ने पिछले 12 साल से तीनों को प्रॉपर्टी से बेदखल कर रखा था।

एक हफ्ते पहले भी हुआ था गुड्‌डू पर हमला

गुड्‌डू पर बीती 4 अक्टूबर को भी मॉर्निंग वॉक के दौरान जानलेवा हमला हुआ था। कार से आए हमलावरों ने उन पर पिस्टल से तीन फायर किए थे। जान बचाने के लिए वे नाले में कूद गए थे। उन्हें हाथ में फ्रेक्चर हुआ और गोली छूकर निकली थी। घटना के बाद वे इतने सहमे हुए थे कि दोबारा हमला न हो जाए, इस डर से घर से बाहर भी नहीं निकले। उन्होंने 7 अक्टूबर को थाने में आवेदन देकर अपनी हत्या किए जाने की आशंका जताई थी।

आसिफ के साथ प्रेसिडेंट होटल चली गई थी नीलोफर

रिश्तेदार जम्मू ने बताया कि रात 3:00 बजे तक गुड्डू जाग रहे थे। उन्होंने परिवार के साथ बात भी की थी। इसके बाद वे ऊपर वाली मंजिल पर अपने कमरे में सोने चले गए। उनकी पत्नी नीलोफर और दोनों बच्चे प्रॉपर्टी विवाद को लेकर कई दिन से विवाद कर रहे थे।

सुबह करीब 5 बजे तेज धमाके की आवाज आई तो मैं गुड्डू के कमरे की ओर भागा। यहां अंदर से दरवाजा खोलते हुए नीलोफर बाहर आ रही थी। मैंने पूछा तो उन्होंने कहा- किसी ने गुड्‌डू को गोली मार दी है। इसके बाद वह अपने बेटे आसिफ के साथ प्रेसिडेंट होटल चली गई।

हत्या की सूचना हमने नीलगंगा थाना को दी। इसके बाद पुलिस ने नीलोफर और आसिफ को हिरासत में ले लिया जबकि दानिश और उसका एक साथी फरार है।

प्रॉपर्टी पत्नी के नाम पर है, वापस लेना चाहते थे कलीम

उज्जैन एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि पूर्व पार्षद हाजी कलीम खान उर्फ गुड्डू की अधिकांश प्रॉपर्टी उनकी पत्नी नीलोफर के नाम है। वे इसे अपने नाम कराना चाहते थे, जिस पर विवाद चल रहा था। 4 तारीख को कलीम पर हमला उसकी पत्नी की बहन के दामाद ने किया था। कलीम पर भी 31 केस दर्ज हैं।