भोपाल। भोपाल विकास प्राधिकरण ( बीडीए) के बाबू तारकचंद्र दास, जो गत माह रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़े गए थे, उनकी संपत्ति की जांच में एक बड़ा खुलासा हुआ है । जांच के दौरान उनके निवास की तलाशी में मालवीय नगर स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखा में स्थित एक लाकर की चाबी जब्त की गई थी।
भोपाल संभाग लोकायुक्त की टीम ने तीन अक्टूबर को उक्त लाकर को खोला, जिसमें 44 करोड़ 80 लाख रुपये मूल्य के सोने के आभूषण बरामद हुए। यह घटना बीडीए से जुड़े घोटालों और भ्रष्टाचार के मामलों को उजागर करने का एक और उदाहरण है, जिसने भ्रष्टाचार की पोल खोली है।
जांच अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में आगे की वैधानिक कार्रवाई की जा रही है, जिसमें उक्त आभूषणों और अन्य संपत्तियों की जांच की जाएगी। भ्रष्टाचार निरोधक विभाग इस मामले की पूरी जांच कर रहा है, ताकि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके। यह मामला सरकारी अधिकारियों के भ्रष्ट आचरण पर सवाल उठाता है और यह दर्शाता है कि सरकारी पदों का दुरुपयोग किस प्रकार से हो सकता है।
उल्लेखनीय है कि लोकायुक्त की टीम पिछले माह भोपाल विकास प्राधिकरण(बीडीए) के एमपीनगर कार्यालय में सहायक ग्रेड तीन बाबू तारकचंद दास क़ो 40 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा था। रिश्वतखोर बाबू आवेदक को उसके रत्नागिरी रायसेन रोड पिपलानी स्थित मकान की लीज के नवीनीकरण के लिए तीन लाख 35 हजार रुपयों की रिश्वत मांग रहा था।