राजधानी में जुटेंगे 17 राज्यों के स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी, उत्कृष्ट कार्यों को करेंगे साझा

0
12

भोपाल। देश भर के अलग-अलग राज्यों के स्कूल शिक्षा विभाग से जुड़े आइएएस अधिकारी सोमवार से राजधानी में जुटेंगे और अपने यहां के नवाचार और योजनाओं के बारे जानकारी साझा करेंगे। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा विश्व बैंक के सहयोग से संचालित स्टार्स (स्ट्रेंथनिंग टीचिंग-लर्निंग एंड रिजल्ट्स फार स्टेट्स) प्रोजेक्ट के अंतर्गत दो दिवसीय राष्ट्रीय नालेज शेयरिंग कार्यशाला का आयोजन सोमवार से होटल ताज लेक फ्रंट में आयोजित किया जा रहा है।

इस कार्यशाला में केंद्रीय सचिव स्कूल शिक्षा और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मध्यप्रदेश सहित 17 राज्यों के शिक्षा सचिव, राज्य परियोजना संचालक और अन्य अधिकारी उपस्थित रहेंगे।कार्यशाला का उद्देश्य स्टार्स प्रोजेक्ट के राज्यों की नालेज शेयरिंग और शैक्षिक कार्यक्रम के तहत मौजूदा अंतराल और चुनौतियों की पहचान के साथ राज्यों में हो रहे उत्कृष्ट कार्यों को एक-दूसरे के साथ साझा कर, अनुभव के आधार पर अन्य राज्यों में अपनाना भी है।

इस कार्यशाला का उद्घाटन स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह एवं केंद्रीय शिक्षा सचिव संजय कुमार करेंगे।कार्यशाला के पहले दिन सोमवार को ””स्कूल-टू-वर्क ट्रांज़िशन”” विषय पर और दूसरे दिन मंगलवार को ‘स्ट्रेंथनिंग असेस्मेंट सिस्टम’ पर विभिन्न सत्र आयोजित होंगे।

इनमें राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 जैसे नीतिगत ढांचे की भूमिका, स्किल हब, स्किल शिक्षा में साइकोमेट्रिक विश्लेषण और करियर परामर्श, उद्योग और कार्य-आधारित सीखने के अवसर के साथ साझेदारी, स्कूली शिक्षा में प्रभावी स्किल हब स्थापित करने और उद्योग से संबंधित कौशल शिक्षा, भविष्य की शिक्षा के लिए मूल्यांकन प्रणालियों को मजबूती प्रदान करना, राज्यों में विद्या समीक्षा केंद्र का क्रियान्वयन और राज्यों में मूल्यांकन प्रकोष्ठों का सुदृढ़ीकरण आदि विषयों पर विचार-मंथन किया जाएगा।

स्कूल शिक्षा सचिव डा. संजय गोयल ने बताया कि दो दिवसीय कार्यशाला में विचार-मंथन से जो निष्कर्ष निकलेंगे, उसे प्रदेश के स्कूलों और विद्यार्थियों को लाभ प्राप्त होगा।

छह राज्यों में स्टार्स परियोजना संचालित

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा विश्व बैंक के सहयोग से स्कूली शिक्षा व्यवस्था और अधिक सुदृणीकरण के लिए स्टार्स परियोजना का संचालन किया जा रहा है। वर्तमान में यह परियोजना देश के छह राज्यों मध्यप्रदेश, उड़ीसा, राजस्थान, केरल, हिमाचल प्रदेश और महाराष्ट्र में संचालित है। केंद्र सरकार द्वारा इन सभी छह राज्यों के साथ दो-दो अन्य राज्यों के कार्य और अनुभवों के आदान-प्रदान के लिए आपस में जोड़ा गया है। इसके तहत मध्यप्रदेश के साथ बिहार और छत्तीसगढ़ को शामिल किया गया है। कार्यशाला में सभी छह स्टार्स राज्यों के अलावा 12 अन्य सहयोगी राज्यों आंध्रप्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, गोवा, हरियाणा, कर्नाटक, पंजाब, सिक्किम, तेलंगाना, उत्तरप्रदेश, पश्चिम बंगाल के स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे ।