अमेरिका ने मिडिल ईस्ट में भेजी मिसाइलों से लैस पनडुब्बी:इजराइल पर ईरानी हमले की आशंका, ईरान के समर्थन में उतरा चीन

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अमेरिका ने मिडिल ईस्ट में गाइडेड मिसाइलों से लैस​ पनडुब्बी और F-35C फाय​​​​​​टर जेट्स से लैस एयरक्राफ्ट कैरियर को रवाना किया है। ये फैसला इजराइल और ईरान के बीच जंग की बढ़ती आशंकाओं के मद्देनजर लिया गया है। ​

इजराइली रक्षा मंत्री योअव गेलान्ट और अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन के बीच बातचीत के बाद ये फैसला लिया गया है। अमेरिकी रक्षा मंत्री ने कहा कि अमेरिका, इजराइल की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।

इससे पहले 1 अगस्त को वॉशिंगटन पोस्ट ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि अमेरिका ने मिडिल ईस्ट में 12 नए युद्धपोत तैनात किए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ फोन पर बातचीत के दौरान इजराइल की रक्षा करने का वादा किया था।

लुफ्थांसा ने इजराइल के लिए फ्लाइट्स रद्द कीं
जर्मन एयरलाइन कंपनी लुफ्थांसा ने इजराइल, ईरान और लेबनान के लिए फ्लाइट्स पर लगी रोक आगे बढ़ाया दिया है। अब लुफ्थांसा ने 21 अगस्त के लिए सभी फ्लाइट्स को रद्द कर दिया है। साथ ही लुफ्थांसा ने ईरान और इराक के एयरस्पेस का इस्तेमाल करने से भी मना किया है।

इससे पहले भारतीय एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया भी अनिश्चित काल के लिए इजराइल की तरफ जाने वाली फ्लाइट्स को रद्द कर चुकी है।

ईरान के समर्थन में उतरा चीन
ईरान और इजराइल में बढ़ते जंग के खतरे के बीच, चीन ने ईरान का समर्थन किया है। रविवार को चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने ईरानी कार्यवाहक विदेश मंत्री अली बघेरी कानी से फोन पर बात की। बातचीत के दौरान वांग यी ने कहा कि चीन, ईरान का उसकी संप्रभुता की रक्षा करने के लिए समर्थन करता है।

वांग यी ने ईरान में हमास चीफ हानियेह पर हुए हमले की निंदा भी की। चीनी विदेश मंत्री ने कहा कि हमास चीफ की हत्या ने ईरान की संप्रुभता का उल्लंघन किया है। इससे क्षेत्रीय स्थिरता को खतरा बढ़ा है।

पिछले महीने 31 जुलाई को ईरान में हमास चीफ हानियेह की हत्या हत्या कर दी गई थी। ईरान के मुताबिक हानियेह पर कम दूरी की मिसाइल से हमला किया गया था।

‘क्षेत्र में अपने सैनिकों की रक्षा के लिए बढ़ाई हथियारों की तैनाती’
अमेरिका ने इजराइल के सपोर्ट और क्षेत्र में मौजूद अमेरिकी सैनिकों की रक्षा के लिए हथियार भेजने का फैसला किया था। पिछले साल अक्टूबर में इजराइल-हमास जंग शुरू होने के बाद से ही मिडिल ईस्ट और भूमध्य सागर में अपने युद्धपोतों की संख्या बढ़ा दी थी।

इस क्षेत्र में अमेरिका के 2 नेवी डिस्ट्रॉयर्स, USS रूजवेल्ट, USS बल्कली, USS वास्प और USS न्यूयॉर्क जैसे कैरियर्स मौजूद हैं। USS वास्प और न्यूयॉर्क को तनाव बढ़ने की स्थिति में इलाके से अमेरिकी सैनिकों को तुरंत वापस लाने के लिए तैनात किया गया है।

इससे पहले 13 अप्रैल को भी जब ईरान ने इजराइल पर हमला किया था, तब अमेरिकी डिफेंस सिस्टम ने उसे इंटरसेप्ट कर दिया था।