भारत ने एक बार फिर वर्ल्ड कप में पाकिस्तान पर असंभव जीत दर्ज की। टी-20 मैच में पाकिस्तान जैसी टीम को 120 रन ना बनाने देने की चुनौती थी। टीम इंडिया ने ऐसा करके दिखा दिया। यह रिकॉर्ड जीत है। इससे पहले कभी इंडिया ने टी-20 इंटरनेशनल में इतना छोटा स्कोर डिफेंड नहीं किया था।
इंडिया की जीत के बाद विराट या रोहित का नाम नहीं गूंज रहा है। जीत के हीरोज बदल गए हैं। अब ऋषभ पंत की अतरंगी बैटिंग की चर्चा है। बुमराह की बॉलिंग ने चौंका दिया है। अक्षर पटेल का एक ओवर विनिंग फैक्टर बन गया।
टी-20 वर्ल्ड कप के 8 मुकाबलों में भारत ने 7वीं बार पाकिस्तान को हराया। जीत के बाद इंडियन फैंस की खुशी सातवें आसमान पर है और वो कह रहे हैं…हम फिर जीत गए।
यह मैच न्यूयॉर्क के नसाउ स्टेडियम में खेला गया, जहां की पिचें बल्लेबाजों के लिए बुरा सपना बन चुकी हैं। नसाउ में भारत-पाकिस्तान मुकाबले समेत 5 मैच हो चुके हैं। इनमें से 3 मैच चेज करने वाली टीम जीती हैं, जबकि पहले बल्लेबाजी करने वाली सिर्फ दो। इनमें भारत भी शामिल है।
- पहला ओवर इस मैच से पहले जसप्रीत बुमराह ने पाकिस्तान के खिलाफ टी-20 वर्ल्ड कप में सिर्फ 2 मैच खेले थे। 7 ओवर फेंके और 54 रन दिए थे। नसाउ में बुमराह को तीसरे ओवर में गेंद दी गई। तब तक इंडिया को कोई सफलता नहीं मिली थी। बुमराह ने तेज रफ्तार गेंद फेंकी और रिजवान ने फाइन लेग पर शॉट खेला, यहां फील्डिंग कर रहे शिवम दुबे ने कैच छोड़ दिया। बुमराह ने दबाव बनाया, लेकिन अनलकी रहे।
- दूसरा ओवर बुमराह अपना दूसरा और टीम का 5वां ओवर फेंक रहे थे। बाबर ने चौका भी जमा दिया था, लेकिन बुमराह जाल बुन चुके थे। तेज रफ्तार बॉल फेंकी, जो इन स्विंग हुई और बाबर के बल्ले का एज लेते हुए सूर्यकुमार के हाथों में चली गई। सूर्या ने जबरदस्त डाइविंग कैच पकड़ा। पावर प्ले में भारत को पहली सफलता मिल गई।
- तीसरा ओवर 14 ओवर हो चुके थे। पाकिस्तान ने 3 विकेट खोकर 80 रन बना लिए थे और जीत महज 40 रन दूर थी। रिजवान क्रीज पर थे और 31 रन बनाकर खेल रहे थे। बुमराह आए और पहली ही गेंद पर रिजवान को क्लीन बोल्ड कर दिया। जबरदस्त इनस्विंग के आगे रिजवान फेल हो गए थे। ये वही मोमेंट था, जब टीम इंडिया ने मैच में वापसी की।
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- चौथा ओवर 12 गेंदें बची थीं और 21 रन। इफ्तिखार और इमाद वसीम खेल रहे थे। रोहित ने बुमराह को गेंदबाजी के लिए बुलाया। बुमराह ने सिर्फ 3 रन दिए। खतरनाक बल्लेबाज इफ्तिखार को आउट किया। इसके बाद अर्शदीप को बॉलिंग करनी थी। उन्हें अपने ओवर के लिए 18 रन मिल गए। बुमराह के इस ओवर ने मैच को पलट दिया था।
2. जीत के हीरोज
ऋषभ पंत
भारत की बल्लेबाजी के दौरान शुरुआत में ही नसाउ की पिच ने अपना मिजाज दिखाना शुरू कर दिया था। विराट पवेलियन लौट चुके थे। दूसरे ही ओवर में क्रीज पर ऋषभ पंत आए। तीसरे ओवर में रोहित शर्मा भी आउट हो गए। हालात मुश्किल थे। पंत ने अपने अंदाज में बल्लेबाजी शुरू की। गिरकर शॉट मारा, स्विच हिट लगाई। 3 कैच भी छूटे, लेकिन पंत जानते थे कि नसाउ की पिच पर तेजी से रन बनाना जरूरी है, क्योंकि बाद में बल्लेबाजी मुश्किल होती जाएगी। पंत की 42 रन की पारी की बदौलत इंडिया 119 तक पहुंची।अब विकेटकीपिंग का रोल निभाना था। 13वें ओवर में फखर जमान ने पंड्या की शॉर्ट बॉल को पुल करने की कोशिश की। गेंद हवा में ऊंची चली गई। पंत ने पीछे की ओर दौड़ लगाई और छलांग लगाते हुए कैच पकड़ लिया।
17वें ओवर में फिर हार्दिक के हाथ में गेंद थी। शादाब खान पीछे हटकर शॉट खेल रहे थे। हार्दिक ने अचानक एक तेज बाउंसर फेंकी। शादाब ने पुल करने की कोशिश की और गेंद शॉर्ट फाइनल लेग की तरफ गई। पंत ने दौड़ लगाते हुए कैच पकड़ लिया।
20वां ओवर, मैच का सबसे अहम ओवर। जीत के लिए 18 रन चाहिए थे। इमाद वसीम अर्शदीप की पहली ही गेंद पर लेग साइड की ओर हटे। अर्शदीप ने फॉलो करते हुए यॉर्कर फेंकी। बल्ले का ऐज लेकर गेंद तेजी से लेग साइड की ओर गई, लेकिन पंत ने अपने दाईं ओर डाइव लगाते हुए शानदार कैच पकड़ा।
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अक्षर पटेल
जब टीम इंडिया मुश्किल में थी, 19 रन पर 2 विकेट गिर गए थे। तब अक्षर पटेल ने खतरनाक गेंदों को रोका। ऋषभ पंत का साथ दिया और 39 रन की अहम साझेदारी की। 20 रन बनाए। गेंदबाजी करने आए तो पाकिस्तानी बल्लेबाजों को बांधे रखा। 2 ओवर में सिर्फ 11 रन दिए और उस्मान ख्वाजा का विकेट लिया।16वां ओवर तो कमाल का था। पाक को 30 गेंदों पर 37 रन की दरकार थी। 6 गेंदों पर सिर्फ 2 रन दिए और पाकिस्तान पर दबाव बढ़ गया। इस ओवर के बाद पाकिस्तानी टीम दबाव में आ गई, क्योंकि अब उसे 24 गेंदों पर 35 रन चाहिए थे।