15 अप्रैल को गृह मंत्री अमित शाह के मणिपुर दौरे से पहले हिंसा.
मणिपुर 14/4/24
15 अप्रैल को गृह मंत्री अमित शाह के मणिपुर दौरे से पहले और लोकसभा चुनाव से पहले मणिपुर में हिंसा जारी है. शनिवार (13 अप्रैल) को हुई फायरिंग में दो लोगों की मौत हो गई है. पूर्वी इंफाल और कांगपोकपी जिले के बीच सटे मोइरंगपुरेल इलाके में हथियारबंद दो समूहों के बीच गोलीबारी हुई है.
जिन लोगों की मौत हुई है वे दोनों कुकी समुदाय से बताये जा रहे हैं. पूरे इलाके में सुरक्षाबल तैनात कर दिए गए हैं. मोइरंगपुरेल इलाके में कुकी और मैतई में मुठभेड़ के गोलियां चली हैं. सुरक्षा बलों ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया है.
इसके पहले शुक्रवार को मणिपुर के थौबल जिले में Armed Rural Volunteers और अज्ञात बंदूकधारियों के बीच गोलीबारी हुई थी.इस गोलीबारी में एक व्यक्ति घायल हुआ मीडिया अनुसार इसकी जानकारी पुलिस ने दी. गोलीबारी करीब एक घंटे तक जारी रही और उसके बाद छिटपुट गोलीबारी हुई…
हिरोक गांव की ओर गोलीबारी की, जिसके बाद गांव के स्वयंसेवकों ने जवाबी गोलीबारी की. पुलिस ने कहा, ‘
गोलीबारी में निंगथौजाम जेम्स सिंह नाम का एक व्यक्ति गोली लगने से घायल हो गया, जिसे इंफाल के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया है’ क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बलों को भेजा गया बताया गया कि स्थिति पर नियंत्रण पाने के साथ ही अभियान चलाने के लिए क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बलों को भेजा गया है.
इस बीच, एक अन्य घटनाक्रम में, संदिग्ध शरारती तत्वों ने शुक्रवार तड़के थौबल जिले से लगे काकचिंग जिले के पल्लेल इलाके में एक आरा मिल में आग लगा दी. पुलिस ने कहा, ‘आग पर काबू के लिए दमकल गाड़ियों को वहां भेजा गया, लेकिन मिल जलकर खाक हो गई.’ बताया कि सुरक्षा बलों ने अपराधियों को पकड़ने के लिए अभियान शुरू किया है.
15 अप्रैल को गृह मंत्री अमित शाह का मणिपुर दौरा है. ऐसे में ताजा हिंसा के कारण तनाव का माहौल सुरक्षा बलों के लिए चिंता का सबब बन गया है. वहीं, 19 अप्रैल को पहले फेज में इनर और आउटर मणिपुर लोकसभा सीट के लिए वोटिंग होनी है. केंद्र सरकार ने सुरक्षाबल की तैनाती भी की है. इसके बावजूद हिंसा हो रही है
बता दें कि पिछले साल मई महीने में मणिपुर में शुरू हुई हिंसा के बाद अब तक 65 हजार से अधिक लोग अपना घर छोड़ चुके हैं. 6 हजार मामले दर्ज हुए हैं और 144 लोगों की गिरफ्तारी हुई है