भोपाल, 11 अप्रैल (हि.स.)। राजीव गांधी प्रौद्यौगिकी विश्वविद्यालय (आरजीपीवी) में हुए 19.48 करोड़ रुपये के एफडी घोटाला मामले में मुख्य आरोपित तत्कालीन कुलपति प्रो. सुनील कुमार गुप्ता को रायपुर से गिरफ्तार कर लिया गया है। भोपाल पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी की है। उनकी गिरफ्तारी पर पुलिस ने दस हजार रुपये का इनाम भी रखा था। सरकार ने घोटाला सामने आने के कुछ दिन बाद निलंबित किया था। पुलिस इस मामले में प्राइवेट बैंक प्रबंधक और दलित संघ के एक पदाधिकारी को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
भोपाल के पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्रा ने गुरुवार को जानकारी देते हुए बताया कि करीब एक माह पहले इस मामले में गांधीनगर पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज होने के बाद कुलपति प्रो. सुनील कुमार गायब हो गए थे। पुलिस ने कुछ दिन पूर्व कुलपति समेत पूर्व रजिस्ट्रार आरएस राजपूत और सेवानिवृत वित्त नियंत्रक ऋषिकेश वर्मा को भगोड़ा घोषित करते हुए इन पर 30 हजार रुपये इनाम घोषित किया था। पुलिस ने इनके खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किया था। पुलिस ने तीनों आरोपितों की संपत्ति कुर्क करने की भी तैयारी कर ली है। दो दिन पहले ही तत्कालीन कुलपति के खिलाफ तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा निलंबन की कार्रवाई भी की गई थी। इस मामले में दो आरोपित अब भी फरार हैं।
गौरतलब है कि एफआईआर दर्ज होने के बाद पूर्व कुलपति प्रो. सुनील कुमार ने न्यायालय में अग्रिम जमानत की याचिका लगाई थी, जिसे खारिज कर दिया गया था। इसी मामले में तत्कालीन कुलसचिव को एफआईआर दर्ज होने के बाद ही निलंबित कर दिया गया था। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने कुलपति को निलंबित करने और गिरफ्तार करने की मांग को लेकर बीते रविवार को मुख्यमंत्री निवास का घेराव कर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को ज्ञापन सौंपा था। इसके बाद सरकार और पुलिस सक्रिय हुए और तेजी से कार्रवाई हुई।
भोपाल पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्रा ने कहा कि प्रो. सुनील कुमार को रायपुर से गिरफ्तार किया गया है। चार बजे तक उन्हें भोपाल लाया जाएगा। उसके बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी। आरोपितों पर यूनिवर्सिटी के 19.48 करोड़ रुपये निजी खातों में ट्रांसफर करने के आरोप हैं। जांच में इन आरोपों की पुष्टि हुई है। इसके बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी और गिरफ्तारी की गई है।
साभार : हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश/नेहा