“शिव ” के हाथ से अब “मोहन” के हाथ में पहुंची म. प्र. सरकार की ज़िम्मेदारी।
डॉ मोहन यादव होंगे म प्र के नए सी एम
2020 में जब मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार बनी थी तब वे सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री बनाये गए थे.
11/12/23
भोपाल
INDIRA KHARE
यूँ हुआ कुछ हट के
उज्जैन द. से विधायक डॉ.मोहन यादव को म प्र का मुख्यमंत्री बनाया गया.
होंगे दो उप मुख्यमंत्री भी
केंद्र से मंत्री को दिया गया विधानसभा स्पीकर का पद, हालांकि वे केंद्र में क़ृषि मंत्री पद से दें चुके हैं इस्तीफ़ा।
बतादें कि 17 नवंबर 2023 को म प्र में विधानसभा के चुनाव हुए थे, 230 सदस्यों वाली विधानसभा में 163 सीट जीत कर भाजपा ने म प्र को सत्ता परिवर्तन होने से बचाया। वहीं सत्ता परिवर्तन के विचार रखने वाली जनता और कांग्रेस को विजय हासिल नहीं हुई. कांग्रेस को केवल 66 सीटों से ही संतुष्ट होना पड़ा। भाजपा ने सी एम फेस से चुनाव न लड़ कर मोदी के चेहरे पर चुनाव जीता।
बताते चलें कि बीजेपी हाई कमान ने पर्यवेक्षकों की टीम भोपाल भेजी थी, जिसमें हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, आशा लाकड़ा और के लक्ष्मण थे।
जिसमें तय हुआ सब कुछ,
विधानसभा अध्यक्ष का पद अब भाजपा के वरिष्ठ नेता नरेंद्र सिंह तोमर को सौंपा गया हैं और डॉ मोहन यादव मुख्यमंत्री को दो उपमुख्यमंत्रियों का सहयोग प्राप्त होगा, ये हैं राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा।
कुछ डॉ मोहन यादव के बारे में…………
मोहन यादव ने राजनीति की शुरुआत 1982 में उज्जैन के माधव साइंस कॉलेज से की थी. वहां वो सह-सचिव और अध्यक्ष बने. कॉलेज टाइम में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से जुड़े रहे. इसके अलावा मोहन यादव करीब 30 साल से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े रहे हैं. 1993 में उन्होंने उज्जैन में ही RSS जॉइन की थी. इसके अलावा वो 2011 से 2013 तक मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम के भोपाल में अध्यक्ष भी रहे हैं. इस पद को कैबिनेट मंत्री का दर्जा होता है. 2013 में विधायक बने. 2018 में फिर जीते. 2020 में जब मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार बनी तो वो सरकार में मंत्री भी बने. उच्च शिक्षा विभाग इन्हें मिला था. इस बार के चुनाव में वो उज्जैन दक्षिण से जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं.
मुख्यमंत्री पद के लिए नाम तय होने के बाद मोहन यादव ने कहा-
“मैं केंद्रीय नेतृत्व का, प्रदेश नेतृत्व का और कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त करता हूं. मैं पार्टी का छोटा सा कार्यकर्ता हूं. ये आप लोगों को भरोसा है कि मुझे इस पद तक पहुंचा दिया. मैं ख़ुद को इस लायक नहीं समझता लेकिन आप सभी का साथ और मार्गदर्शन रहा तो पूरा प्रयास करूंगा.”।