भोपाल.मध्यप्रदेश (madhya pradesh) में कुछ महीने बाद होने वाले नगरीय निकाय चुनाव के लिए सरकार ने चुनावी जमावट शुरू कर दी है. फिर एक बार मैदानी स्तर पर प्रशासनिक सर्जरी (Administrative surgery) की जा रही है.सरकार की नज़र बीजेपी (bjp) के कृपापात्र अफसरों पर है. वो उन्हें हटाने की तैयारी में है. इसकी शुरुआत पुलिस विभाग (police department) से हो गयी है.
विधान सभा, लोकसभा चुनाव के बाद अब मध्य प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव हैं. लोकसभा चुनाव में मुंह की खाने के बाद कांग्रेस नगरीय निकाय चुनाव में बीजेपी के हाथों मात नहीं खाना चाहती. ग्रास रूट लेवल पर उसे अपने वफादार सरकारी कर्मचारियों और अफसरों की ज़रूरत है. उसकी पैनी नज़र उस अमले पर है जो 15 साल के बीजेपी शासन में उसका वफादार हो गया है. यही वजह है कि वो बीजेपी से सॉफ्ट कॉर्नर रखने वाली सरकारी जमात को हटाना चाहती है.
44 के बाद 14 अफसरों पर नज़र
गुरुवार को 44 इंस्पेक्टरों का ट्रांसफर करने के बाद अब 14 से ज्यादा पुलिस अधिकारियों के ट्रांसफर की तैयारी है.ये सभी पुलिस अधिकारी बीजेपी सरकार में की पोजिशन पर तैनात किए गए थे.कमलनाथ सरकार ने इनके ट्रांसफर पर विचार शुरू कर दिया है.
बीजेपी मानसिकता वाले अफसरों पर गिरेगी गाज
बीजेपी सरकार में मैदानी पोस्टिंग हासिल करने वाले पुलिस अफसरों पर गाज गिर सकती है.नगरीय निकाय चुनाव को लेकर सरकार ऐसे पुलिस अधिकारियों की सूची तैयार कर रही है, जो बीजेपी सरकार के दौरान फील्ड पर तैनात किए गए हैं.कांग्रेस कई अफसरों पर बीजेपी मानसिकता का आरोप लगा चुकी है. यही वजह है कि शासन ने ऐसे अफसरों का तबादला शुरू कर दिया है. पुलिस मुख्यालय से ट्रांसफर की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. मुख्यालय ने सबसे पहले 44 इंस्पेक्टर के ट्रांसफर किए.अब पुलिस अफसरों की सर्जरी की बारी है.जल्द ही सरकार फिर एक बार अफसरों का ट्रांसफर करेगी.अफसरों की सूची तैयार की जा रही है…
ये अफसर रडार पर
बीजेपी सरकार में सागर आईजी सतीश सक्सेना, डीआईजी बीएस चौहान, डीआईजी होशंगाबाद आर ए चौबे, डीआईजी छतरपुर अनिल महेश्वरी, आईजी बालाघाट केपी वेंकटेश्वर राव, आईजी उज्जैन राकेश गुप्ता, डीआईजी रीवा अविनाश शर्मा, डीआईजी शहडोल पीएस उइके, एसपी ग्वालियर नवनीत भसीन, एसपी भिंड रूडोल्फ, एसपी रतलाम गौरव तिवारी, एसपी निवाड़ी मुकेश कुमार श्रीवास्तव एसपी, उज्जैन सचिन अतुलकर की पोस्टिंग हुई थी. ज़ाहिर है कमलनाथ सरकार की रडार पर यही अफसर हैं.
चुनाव से पहले ट्रांसफर तय
कांग्रेस सरकार को डर है कि बीजेपी मानसिकता वाले अफसर निकाय चुनाव के दौरान गड़बड़ी कर सकते हैं.ऐसे में इन अफसरों को चिन्हित किया जा रहा है.पुलिस विभाग के बाद दूसरे विभागों की भी सूची तैयार की जा रही है. जल्द ही दूसरे विभागों में भी बड़ा फेरबदल हो सकता है.