महाराष्ट्र के 19वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सहयाद्री गेस्ट हाउस में मंत्रिमंडल की पहली बैठक की। ऐसे में संभव है कि ठाकरे प्रदेश के लिए कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं। महाविकास अगाड़ी गठबंधन सरकार के साथ तैयार किए गए कॉमन मिनिमन प्रोग्राम पर खासकर किसान कर्ज माफी पर चर्चा की संभावना है।
गौरतलब है कि बीते कई दिनों से महाराष्ट्र में चल रहे सियासी संग्राम को बाद आखिरकार गुरुवार को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। शिवाजी पार्क में एक समारोह में शिवाजी महाराज को नमन करते हुए उद्धव ने मराठी भाषा में शपथ ली है। बता दें कि वह ठाकरे परिवार से पहले मुख्यमंत्री हैं। उद्धव के बाद कैबिनेट के अन्य मंत्रियों को शपथ दिलाई गई। राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को महाराष्ट्र के 18वें और ठाकरे परिवार के पहले मुख्यमंत्री के तौर पर पद और गोपनियता की शपथ दिलाई। सूत्रों के मुताबिक इसका पूरा फॉर्मूला तय है कि किस दल को कितने मंत्री पद मिलेंगे।
ठाकरे के बाद कांग्रेस के नितिन राउत और बाला साहेब थोराट, एनसीपी के छगन भुजबल, महाराष्ट्र में विधान परिषद के सदस्य सुभाष देसाई, एनसीपी के जयंत पाटिल और महाराष्ट्र में शिवसेना विधायक दल के नेता एकनाथ शिंदे ने मंत्री पद की शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह में कई राज्यों के सीएम व वरिष्ठ नेता पहुंचे। समारोह में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे भी पहुंचे। यहां तमिलनाडु से डीएमके चीफ एमके स्टालिन और डीएमके नेता टी आर बालू, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल यहां पहुंचे, एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ भी यहां नजर आए, उद्योगपति मुकेश अंबानी अपनी पत्नी नीता अंबानी और पुत्र अनंत अंबानी के साथ पहुंचे।