शनिवार की सुबह अप्रत्याशित घटनाक्रम में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Bhagat Singh Koshyari) ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) को महाराष्ट्र (Maharashtra) का मुख्यमंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अजित पवार (Ajit Pawar) को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई.
मैं एनसीपी में हूं, पवार साहेब हमारे नेता: अजित पवार
बीजेपी के साथ सरकार बना उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले अजित पवार ने ट्वीट करते हुए कहा, 'मैं एनसीपी में हूं. हमेशा एनसीपी में ही रहूंगा. पवार साहेब हमारे नेता हैं. हमारा बीजेपी- एनसीपी गठबंधन प्रदेश और जनता के कल्याण के लिए पांच वर्ष की स्थिर सरकार देगा.'
आशीष शेलार ने कहा कि हम महाराष्ट्र के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं. हमारी सरकार महाराष्ट्र के हर व्यक्ति के लिए काम करेगी. इस बैठक में फ्लोर टेस्ट को लेकर रणनीति पर चर्चा हुई है.
बीजेपी नेता आशीष शेलार ने कहा कि इस बैठक में हमने चर्चा की और आराम से हमारी मंजिल परीक्षा पास करने की रणनीति तय की है. हमने देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के लिए बधाई देते हुए एक प्रस्ताव भी पारित किया.
आशीष शेलार ने कहा कि शिवसेना ने जनादेश का अपमान किया है.
मुंबई में आयोजित बीजेपी विधायकों की बैठक खत्म हो गई है. बैठक के बाद बीजेपी नेता आशीष शेलार ने कहा कि देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार फ्लोर टेस्ट पर बहुमत साबित करेंगे.
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने सुप्रिया सुले के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिखा- महाराष्ट्र के लिए हम सभी एक साथ हैं.
अजित पवार ने अपने ट्विटर हैंडल का स्टेट्स बदल लिया है. पहले पूर्व डिप्टी सीएम लिखा हुआ था. अब उन्होंने अपने ट्विटर के बायो को 'महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम' में बदल दिया है.
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, शरद पवार की मौजूदगी में हुई एनसीपी विधायकों की बैठक के बाद अब अपने विधायकों से मिलने के लिए ललित होटल पहुंचे गए हैं. उद्धव अपने पुत्र आदित्य ठाकरे के साथ होटल ललित पहुंचे हैं, जहां शिवसेना के विधायक ठहरे हुए हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बधाई संदेश पर महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने पीएम मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि हम एक स्थिर सरकार सुनिश्चित करेंगे, जो महाराष्ट्र के लोगों के कल्याण के लिए कड़ी मेहनत करेगी.
उद्धव ठाकरे और शरद पवार के बीच चली बैठक खत्म हो गई है. उद्धव ठाकरे की एनसीपी के विधायकों के साथ करीब 1.5 घंटे बैठक चली.
महाराष्ट्र (Maharashtra) का सियासी संग्राम सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) पहुंच चुका है. सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के बाद मुंबई में बीजेपी दफ्तर में बीजेपी विधायकों की जो बैठक चल रही थी, वो खत्म हो गई है. बैठक के बाद बीजेपी नेता आशीष शेलार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार फ्लोर टेस्ट पर बहुमत साबित करेंगे. आशीष शेलार ने कहा कि इस बैठक में हमने चर्चा की और आराम से हमारी मंजिल परीक्षा पास करने की रणनीति तय की है. बैठक में हमने देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के लिए बधाई देते हुए एक प्रस्ताव भी पारित किया. आशीष शेलार ने कहा कि शिवसेना ने जनादेश का अपमान किया है. हम महाराष्ट्र के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं. हमारी सरकार महाराष्ट्र के हर व्यक्ति के लिए काम करेगी. बता दें, इस बैठक में सीएम फडणवीस के साथ पीयूष गोयल और भूपेंद्र यादव भी मौजूद रहे.
बता दें, शनिवार की सुबह अप्रत्याशित घटनाक्रम में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Bhagat Singh Koshyari) ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) को मुख्यमंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अजित पवार (Ajit Pawar) को उपमुख्यमंत्र पद की शपथ दिलाई थी. इसी के खिलाफ शिवसेना (Shiv Sena), एनसीपी और कांग्रेस (Congress) ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. तीनों दलों की तरफ से दाखिल याचिका में बीजेपी सरकार को बर्खास्त करते हुए 24 घंटे के भीतर फ्लोर टेस्ट (Floor Test) कराने की मांग की गई थी. सुप्रीम कोर्ट ने दलीलें सुनने के बाद सभी पक्षों को नोटिस जारी किया है. इसके साथ ही कोर्ट ने तीन दस्तावेज भी केंद्र सरकार से मांगे हैं. इन डॉक्यूमेंट्स को देखने के बाद ही सुप्रीम कोर्ट अपना फैसला सुनाएगा. मामले पर अब अगली सुनवाई सोमवार को 10.30 बजे होगी.
सुप्रीम कोर्ट की तीन जजों की बेंच के सामने शिवसेना की तरफ से कपिल सिब्बल, एनसीपी की तरफ से अभिषेक मनु सिंघवी, केंद्र सरकार की तरफ से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता और बीजेपी की तरफ से मुकुल रोहतगी ने दलीलें पेश की. कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना की तुरंत फ्लोर टेस्ट कराने की मांग पर जस्टिस भूषण ने कहा कि हम इससे सहमत हैं. वहीं जस्टिस रमन्ना ने कहा कि बगैर सीएम को सुने हम फैसला कैसे दे सकते हैं? इस मामले पर सुनवाई करने वाली पीठ में जस्टिस अशोक भूषण, जस्टिस रमन्ना और जस्टिस संजीव खन्ना शामिल हैं.